मूलाधार निवासी संसार रचयिता स्वामी को कोटि कोटि नमस्कार प्रणाम
मुस्लिम सिर्फ अल्लाह की इबादत क्यों करते हैं और दूसरों को विवश क्यों करते हैं
यह ब्लाग रफकार्य टाइमपास हेतु परिकल्पना पर आधारित लेख लिखा है आप अपनी जिम्मेदारी पर पढ़ेंगे। आपकी भावना आहत हो सकती है। भारत श्रेष्ठ आध्यात्मिक राष्ट्र होगा तीन और पच्चीस लागू कानून करें देखना मुफ्तवादी ब्राम्हण मौलाना फादर देश छोड़कर भाग जायेंगे।
देश को मुफ्तवादी ब्राम्हण - मौलाना दोनों से परेशानी है।
इस परेशानी का समाधान बहुत सरल है।
तीन कानून लाओ मुफ्तवादी ब्राम्हण मौलाना भगाओ। श्रेष्ठ आध्यात्म गुरु से शिक्षा ज्ञान प्राप्त करें।
कोर्ट में जनहित याचिका हेतु आदि सत्य रक्षक तीन कानून लागू करने हेतु वकील को दिया जाय
ब्राम्हण - मौलानाा, आप केवल भूमंडल-सौरमंडल के सृजनकर्ता पालन-पोषण कर्ता को बतायेंगे, हम समस्त संसार के रचयिता उपासक हैं। आकाशगंगा रचयिता के, भूमंडल-सौरमंडल के पालन-पोषण कर्ता के उपासक हैं! आप सरकार और न्यायालय को, आम नागरिक को नहीं बतायेंगे, आप किस शक्ति रचयिता के उपासक हैं।
श्रोता से प्राप्त दान-उपहार चंदा की धन राशी
सरकारी अध्यात्मिक खजाने में जमा करा दो
भगवान परमात्मा देवी अल्लाह यहोवा का नाम लेकर
धन-लोभी मुफ्त-मान-सम्मान लोभी ऐश्वर्य-लोभी असत्य-भाषी
प्राणों का बलिदान करने वाले खून की नदियाँ बहाने वाले
ऐसे अध्यात्मिक उपदेशक के सर चढ़ा बंदगी भक्ति का
सारा भुत-प्रेत जिन्न-जिन्नात भाग जायेगा
सत्यवादी सत्य-वक्ता अच्छे उपदेशक को सकून-शांति मिलेगी
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