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शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

जनाब इमरान खान साहब पाकिस्तान , भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से छुटकारा पायें

पाकिस्तान भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से बचें

मजहबी दुनियाँ में झूठ बोल का बोल बाला कितना सही

जनाब इमरान खान साहब
प्रधानमंत्री पाकिस्तान

पाकिस्तानी सरकार और अवाम आप भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से बचने का तरीका अपनाएं
आप यह तरीका अपना लीजिये भ्रस्ट मौलाओं का सरकार में हस्तछेप बंद हो जायेगा, इनकी वजह से आपके मुल्क को भारी नुकसान हुआ है ,यकीन करने के लिए आप दूसरे मुल्क को देख लें जिन मुल्कों में भ्रस्ट मौलाना का हस्तछेप हुआ है वहाँ की अवाम को परेशानी हुई है

 पहला - जनाब जिहाद की बात करने वाले हजरतों को झूठ बोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती उनसे कहें वो जिंदगी में कभी झूठ ना बोलें ,दुनियाँ अल्लाह के जिहादी बन्दों को ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों को  झूठ बोलने की आजादी नहीं दे सकती, यह दुनिया वालों की बेइज्जती है आप खुद सोचें इतनी बड़ी भीड़ की मौजूदगी में कोई आदमी बन्दा मौलाना अल्लाह की पनाह में खड़े होकर झूठ बोलकर निकल जाये ऐसा नहीं होना चाहिए, कई मुल्कों में ऐसा होता रहा जिसका नतीजा मिला वहाँ की अवाम पर जुल्म होता रहा अवाम परेशान होती रही, इसका साफ मतलब है कानून बनाने की जरुरत है ,
         दूसरा - दुनियाँ में अल्लाह के जिहादी बन्दों को और ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों के लिए यह जरुरी है आवाम के लिए जिन दुनियावी सामानों पर पाबन्दी लगाई है उन सामानों का इस्तेमाल करने का उन्हें भी अधिकार नहीं होगा, जिस मुल्क में ऐसा कानून बन जायेगा उस मुल्क में भ्रस्ट मौलाओं के कारण भ्रस्ट जेहादी के कारण होने वाली परेशानी ख़त्म हो जाएगी,जनाब क्या भ्रस्ट मौलाओं के कारण भ्रस्ट जेहादी के कारण होने वाली नुकसान को सहन करेंगे ,उनको कानून बना कर जवाब दीजिये नहीं ,

आपको भी अल्लाह खुदा को जवाब देना होगा क्या जवाब देंगे यह ब्लेक मेलिंग बातें हैं जिसका इस्तेमाल जेहादी और मौलाना करते हैं लेकिन खुद नहीं डरते,( वही ब्लेकमेलिंग की बात मैंने भी कही है ) ये ऐय्याशी करने वाले लोग हैं दूसरा जिनकी कुछ इच्छाएं अधूरी रह गयी हैं जिनमें लालच है अथवा उनकी समझ में कमी रह गयी है उन पर कैसे लगाम लगाओगे ,

पाकिस्तान में दो कानून बना लीजिये

पहला - दुनियाँ में अल्लाह के जिहादी बन्दों को ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों को झूठ बोलने की आजादी नहीं दी, इसलिए मौजूद अवाम के बीच झूठ बोलने पर मौलाना और जेहादी द्वारा प्रति ब्यक्ति 1000 Rs हर्जाना देना होगा ,यह सरकारी खजाने में जमा होगा ,जितनी संख्या अवाम की होगी मौलाना उतने हजार रुपये सरकारी खजाने में जमा करेंगे ,जितनी बार झूठ बोलेंगे उतनी बार हर्ज़ाना देना होगा

दूसरा कानून -मौलाना और जेहादी द्वारा आवाम पर जिन दुनियावी सामानों पर पाबन्दी लगाई है उन सामानों का इस्तेमाल करने का उन्हें भी अधिकार नहीं होगा, जैसे कार, मोटरसाइकिल, हवाईजहाज फैशन के सामान, फैशन के कपडे,  

इस कानून के बन जानें पर भ्रस्ट मौलाना और जेहादी अवाम को मजहब सीखाने आगे नहीं आएंगे ,जो सच्चा बन्दा मौलाना और जेहादी होगा वही मजहब सीखाने आगे आयेगा इस तरह आपके मुल्क में शांति आएगी और तरक्की के दरवाजे खुलेंगे, एक सच्चे इस्लाम की तस्वीर दुनियाँ के सामने आएगी ,फिर कभी मुस्लमान की बेइज्जती नहीं होगी ,जनाब सारे जहाँ को बनाने वाले का बन्दा मुस्लमानों की मौजूदगी में हथियार लेकर चले इसकी जरुरत नहीं , जनाब पहले इस्लाम खुद अपनाओ फिर सामने वाले से कहो, आपने दिखावे की लिबास पहन रखी है ये भ्रस्ट ;जेहादी और भ्रस्ट मौलाओं को समझाना होगा

मेरी समझ में आ रहा है मेरी बात कोई सुन नहीं रहा है
यदि कानून बना दिया जाये सारे जहाँ की बात करने वालों का आचरण कैसा होना चाहिए

एक गाइड लाइन जैसा पोस्ट ईश्वर का ब्यापार बंद करो में लिखा है
( सबकी हालत ख़राब हो जायेगी )

आप सबका शुभ चिंतक
एक काफिर

एक काफिर

मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है

आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई,
हकीकत में आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए,
मजहब आसान नहीं बस इतना समझ लीजिये
आग का दरिया है बस डूबके मुस्कुराते जाना है
सच्चा है तू तो आग को हर राह फूल बनते जाना है
आसमान और जमीं को देख कितने फूल मुरझाया है
शुक्रिया