ईश्वर-अल्लाह- भगवान नाम का ब्यापार धर्मग्रंथ का दुरूपयोग मेरा भारत 21 कानून से बंद करेंगे
आपके सामने समस्याएं थी जिसका अविस्मर्णीय समाधान बता दिया है
इसलिए प्रस्तावित कानून की प्रशंसा नहीं किया क्योंकि यह मेरा सुझाया कानून है
मेरा अनुमान है यह एक ऐतिहासिक कानून होगा महोदय कट्टर इस्लामिक देश की जनता धर्मगुरुओं से परेशान है
पूरा पढ़िये
भारत में चार-वर्ण ब्यवस्था से लोग परेशान थे
उनके विचारधारा का उत्तर क्या दोगे
गजवा ए हिन्द लव जिहाद कैसे रोकोगे
देश में कानून बना है प्रत्येक ब्यक्ति स्वतंत्र है जिस धर्म परम्परा को अपनाना चाहे अपना सकते है
इसका सीधा उत्तर व् अर्थ है राष्ट्र में भगवान अल्लाह ईश्वर यहोवा का ब्यापार ख़त्म हो चूका है
अल्लाह का बंदा Jan/2021
अल्लाह का बंदा होना कितना आसान है
मुस्लिम अल्लाह किसे कहते हैं अल्लाह जो सारे जहाँ के हर चीज को बनाया
जिन्न-जिन्नात पेड़-पौधा पशु-पक्षी इंसान धरती-सूरज चाँद तारे आसमान सभी चीजों को बनाने वाली शक्ति जो अजन्मा है शुरुआत से लेकर आखिरी तक आकार-निराकार केवल वही है उसके शिवा कुछ नहीं उन्हें अल्लाह कहते हैं
यहाँ जिहाद का बहाना लेकर हिन्दुस्तान को भारी नुकसान पहुंचाता रहा है अन्य देशों में जान-माल को नुकसान पहुंचाता रहा है
क्या इसे सहन किया जाना चाहिए सारे संसार को जीवित बनाने वाला विनाश का कार्य करने वाला होगा इसकी अनुमति देने वाला होगा विशाल शून्य अंतरिक्ष में विशाल जीवित अंतरिक्ष में रचनाओं को बनाने वाला कौन है
क्या सारे संसार को बनाने वाली शक्ति को पूजने वाले बन्दे को तलवार बन्दुक बारूद लेकर चलने की जरुरत होनी चाहिए अथवा उसका जुबान से कुछ कहना पर्याप्त है किसको सारे जहाँ वाले का बंदा होना चाहिए
जिहाद का दुरूपयोग करने वाले सूक्ष्म रूप में और आकार रूप में कौन है,
इस प्रश्न का उत्तर क्या होगा
*- हलो अकबरुद्दीन ओवेसी नमस्कार *- हलो फारुख अब्दुल्ला नमस्कार
*- हलो अससुवोद्दीन ओवेसी नमस्कार *- हलो उम्रर अब्दुल्ला नमस्कार
*- हलो मोहम्मद शाद नमस्कार *- हलो महबूबा मुक्ति नमस्कार
*- हलो मोहम्मद मदनी नमस्कार *- हलो तारिक जमील पाकिस्तान नमस्कार
*- हलो सिध्धिकी नमस्कार *- हलो faziur rahman पाकिस्तान नमस्कार
*- हलो जाकिर हुसैन नमस्कार *- हलो शेख रशीद अहमद पाकिस्तान नमस्कार
*- खुदा पाक के बन्दों की खिदमत करना एक अजीम इबादतः मौलाना खालिद रशीद
*- प्यारे मौलाना खालिद अब खुदा पाक के बन्दों को अपनी केवल अपनी मेहनत की खानी होगी
*- हमेशा सच कहना होगा भारत में श्रेष्ठ आचरण अपनाना होगा
राष्ट्रिय मंच पर आखिर क्यों
मेरे द्वारा 21 कानून का प्रस्ताव रखा गयाजानता हूँ यह बात बहुतों को आहत कर सकती है लेकिन कहना जरूरी है
सबका और जगत पालने वाले का सन्देश क्या है
हिन्दू मुझे मंदिर जाने नहीं देगा और मुसलमानों के बारे में पता नहीं लेकिन क्यों विश्व में कितने मनुष्य हैं जो गन्दगी भरे जीवन से प्रेम करते हैं माना उनके कपडे साफ़ सुथरा होता है उनकी बातें अच्छी साफ़ सुथरी होती है
* मनुवादी ब्यवस्था शुद्र को तीन वर्ण की सेवा करनी होगी धर्मग्रन्थ में लिखा है क्यों करनी होगी इसका उत्तर देंगे
* भगवान ने कहा पूछोगे किस भगवान ने कहा इस प्रश्न का कोई बेहतर उत्तर नहीं है
* यदि है तो केवल हठधर्मिता है और उत्तर है यह भगवान का कथन है इसे कैसे बदलोगे
* इन अध्यात्मिक ब्यापारियों की बोलती कैसे बंद करोगे
* इन लोगों को सृष्टि रचना के सत्य से लेना देना नहीं है इन्हें प्रसिध्धि मानसम्मान प्रशंसा ऐश्वर्य चाहिए मुफ्त की सेवादार दान-उपहार देने वाला चाहिए सर झुकाकर जीने वाला चाहिए परिवारवाद अध्यात्मिक शासन चाहिए
* इन लोगों को अपने संतान का दर्द सहा नहीं जाता दुसरे तकलीफ सहे तो वह उसका कर्तब्य है धार्मिक ब्यक्ति का परिवार परिश्रम करे तो दुखदायी है घोर पाप हो रहा है
* यदि अध्यात्मिक परिवार ईश्वर अल्लाह की स्तुति की तो लोगों पर शासन चाहिए खूब सारा धन प्रसिध्धि मानसम्मान प्रशंसा चाहिए
* इस गलत विचार धारा के समूह-समुदाय की सत्ता कैसे समाप्त करोगे
* क्या उनके परिवार ने उनके भगवान ने रब ने परवरदिगार ने धरती आकाश बनाया पशु-पक्षी पेड़-पौधा लता बेल बनाया अथवा वर्तमान में बना रहे हैं
*धर्म उपदेशक होने का अर्थ है सभी वर्ग समुदाय सत्ता-पक्ष उनके निर्देशों का अनुशरण करे यह जानते हुए की अध्यात्मिक समूह के कारण समाज में भेद-भाव छोटे-बड़े और कुशासक की सत्ता है शिक्षा का आभाव है
पढ़िए 21 कानून प्रस्तावित कानून यहाँ देखें
क्या ससार निर्माता के भक्तों बन्दों का आचरण ऐसा होना चाहिए वह हाथ कटवा दे गला कटवा दे उनके स्थान पर उनके अपने सम्बन्धी होते उस वक्त का विचार क्या होते हैं
क्या समस्त संसार वाला इतना कमजोर है उसके बन्दे कमजोर हैं बिना कड़ी सजा के आचरण सुधार नहीं सकतेअतः ऐसे लोग हुकूमत करना छोड़ दें इनके आचरण से समस्त संसार सृजन-कर्ता का अपमान होता है
सरकार और न्यायालय से कहूँगा ऐसे लोगों पर प्रतिबन्ध लगाये
जब हिन्दू राष्ट्र घोषित हो जायेगा
*देश के नागरिक आप अध्यात्मिक विषय से परेशान है
* हिन्दु-मुस्लिम-ईसाई के मध्य साल महिना तनाव हो जाता है
* जैसे लव जेहाद मुस्लिम लक्ष्य इस्लाम फैलाना, मुस्लिम-ईसाई द्वारा धर्म परिवर्तन की घटना
* देश में आतंक वाद का मसला कश्मीर का मसला ब्राम्हण और दलित का मसला
*आप अध्यात्मिक विषयों के कारण होने वाली परेशानी से बचने के लिए सजीव अंतरिक्ष को तीन भागों मे बाट दें ।
पहला आदि-अजन्मा मध्य और सजीव अंतरीक्ष का अंतिम छोर ( सम्पूर्ण चैतन्य अंतरिक्ष )
दुसरा आकाशगंगा
तीसरा सौरमंडल
अब तीनों विभाग के महत्वपूर्ण भूमिका अनुसार गाइड लाइन जारी कर दें
* केवल भारत-पाकिस्तान समस्या समाधान की ओर
* राष्ट्र का ध्यान आकर्षित करने हेतु बनाया गया है।
* यह विषय सबकी भावना से जुडा हुआ है। अत:कुछ बातें प्रभावित कर सकती है,
* संयम से काम लेंवें
आप न्यायालय और सरकार और नागरिक से प्रश्न
क्या आपका राष्ट्र अध्यात्मिक ब्यक्तियों के कारण परेशान है
आपके राष्ट्र में इन लोगों के कारण अशाँति बनी रहती है अथवा बनती रहती है,
आप राष्ट्र में शाँति स्थापित करना चाहते हैं।
क्या आपको लगता है आपके राष्ट्र में आध्यात्मिक ब्यक्ति भगवान ईश्वर-अल्लाह नामों का ब्यापार कर रहे है।
क्या आपके राष्ट्र में संसार सृजनकर्ता के सम्बन्ध में असत्य बातें स्थापित की जा रही है
आप आध्यात्मिक ब्यक्तियों द्वारा भगवान ईश्वर-अल्लाह नामों का ब्यापार रोकना चाहते हैं
क्या भ्रष्ट आध्यात्मिक गुरुओं के गलत-भ्रष्ट-आचरण पर उनके असत्य कथन पर प्रतिबन्ध लगाना चाहते हैं
आध्यात्मिक ब्यक्ति धर्मग्रन्थ से बाहर की बात नहीं कहेंगे आध्यात्मिक ब्यक्ति मौलाना इमाम ब्राम्हण साधू संत सत्य-अर्थ को प्रभावित करने वाले उदाहरण नहीं देंगे
तो उपाय है चैतन्य अंतरिक्ष को तीन भागो मे बाँट दे सबके लिए गाईड-लाइन जारी कर दें।
1-सारा संसार ( आदिप्रारम्भ-मध्य-अंतिमछोर चैतन्य अंतरिक्ष शक्ति )
2-आकाशगंगा
3-सौरमंडल अथवा ३.१ भूमण्डल के उपासक
तीनों भागो में बाट कर तीनों के लिए प्रस्तावित कानून यहाँ देखें धर्मगुरू के आचरण कैसे हों यहाँ देखें - न्यायालय में धर्मगुरू से पूछे जाने वाले प्रश्न के अनुसार गाइड-लाईन जारी कर देंवे।
* अध्यात्मिक गुरू मनुष्यों द्वारा पुज्यमान सभी नामों का सम्बंध समस्त संसार बनाने वाले से जोड देते हैं
* उन नामों के समब्न्ध में कहते हैं, इन्होंने समस्त संसार का निर्माण किया है पालन करते हैं मुक्ति देते हैं और कहते हैं
* एक भी शब्द हमारे कथनों के बारे में कहा तो अंजाम-परिणाम ठीक नहीं होगा
* कारण हम धर्मग्रन्थ की बात को आधार बनाकर कहते हैं।
* आपने हमारी भावनाओं को आहत किया तो परिणाम सोच लेना।
* तीनों संसार के लिए गाईड-लाईन बनाना होगा
* इसके बाद धर्मगुरूओं से धार्मिक नेताओं से प्रश्न का स्पष्ट उत्तर लिया जा सकता है और गाइड-लाईन दिखाकर सचेत कर सकते हैं असत्य बातों का विस्तार नहीं करेंगे, बिना साक्ष्य बिना आधार कोई बात नहीं कहेंगे अन्यथा सजा होगी।
* राम-कृष्ण को समस्त संसार का निर्माता बताते हैं तब विष्णु का क्या हुआ। सर्वत्र पहले कौन था राम या कृष्ण या विष्णु या शिव या देवी या ब्रम्हा अल्ला पहले था या भगवान या यहोवा आदि आदि।
* ईश्वर अल्लाह भगवान यहोवा ब्रम्हा विष्णु महेश देवी के नाम पर अवाँछित लाभ लेना बंद करो।
वंदेमातरम
जय भारत जय हिन्द
* धन किसे समर्पित करना चाहिए
* धर्म उपदेशक कहते हैं भगवान को अपना तन मन धन आत्मा सब कुछ समर्पित कर दो
* प्रश्न
* क्यों समर्पित करना चाहिए क्या भगवान द्वारा तन मन धन आत्मा बनाया हुआ है
* प्रश्न
* किस भगवान ने तन मन धन आत्मा बनाया है किस भगवान ने अन्तरिक्ष को जीवित किया
* किस भगवान ने जीवित तत्वों को ब्यवस्थित करके पिंड और जीव-जगत बनाया
* जननी त्रिदेव जननी की नहीं सुना गया अथवा त्रिदेव जननी तक बात नही पहुची
* कालपुरूष की शक्ति विजेता हो गया। समस्त-संसार वाला का नियम जटील था।
* अत: अब तक मेरी हैसियत चुल्लूभर पानी में डूब मरने वाली है।
प्रश्न 1 :- किस अन्तरिक्ष की बात कही है जीवित अन्तरिक्ष अथवा निर्जीव अन्तरिक्ष की
2 :- शून्य को जीवित करके अथवा जीवित को योग शक्ति से जोड़ कर आकार को धारण किया
3 :-जीवित शक्ति से अनुमति व् संपत्ति लेकर आकार को प्राप्त किया
4 :-अजन्मा द्वारा जीवित बनाये गए अथवा बने हुए जीवितों के द्वारा किसी एक ने शून्य को जीवित करके आकर को प्राप्त किया
5 :- शून्य के सामान ब्यवहार करने वाली शक्ति की उपस्थिति में जीवित तत्व को शून्य को जीवित करने के समान-अनुपात में परिश्रम करके जीवित तत्व को अपने अधीन करते हुए आकर प्राप्त किया और संसार की रचना किया और धन-सम्पत्ति का मालियत का स्वामी बना
आप हमारी कौम के बारे एक शब्द भी नहीं कहना अन्यथा
* इनसे प्रश्न इनकी कौम कितनी बड़ी है उनकी संख्या क्या है ?
* उस कौम का सृजन-कर्ता धारण करने वाला धारण करने वाला पालन-कर्ता मुक्ति-दाता कौन है
* ये लोग हमारी कौम किसे कहते हैं क्या पूर्ण अंतरिक्ष को पूर्ण संसार को अथवा मनुष्य और फ़रिश्ते जिन्न-जिन्नात मनुष्य और देवी-देवता को
अथवा
* किसी पंथ के अधीन उपदेशक-मनुष्य अनुयायी-मनुष्य और फ़रिश्ते व जिन्न-जिन्नात उपदेशक-मनुष्य श्रोता- मनुष्य और देवी-देवता ये कौन लोग हैं
* क्या मुफ्त की सुख-समृध्धि मान-सम्मान चाहने वाले दृश्य-अदृश्य लोग हैं
* जिनका लक्ष्य बहुत बड़े समूह पर राज करना है
* धर्मग्रन्थ उनके ब्यापार का सुरक्षा कवच है आवश्यकता के समय उपयोग करते हैं
* वास्तव में इनका आचरण अध्यात्म के अनुकूल नहीं होता
* क्या ईशा-मसीह के ज़माने में आध्यात्मिक ब्यापार हो रहा रहा था
* ईशा-मसीह ने मंदिरों का विरोध क्यों किया गया
प्रश्न 1 :- क्या परमात्मा ईश्वर ने अंतहीन शून्य को समाप्त कर लिया अतः प्रश्न उस अंतिम छोर के बाद क्या है
2 :- मेरी रिपोर्ट जीवितों के द्वारा कभी शून्य अन्तरिक्ष का अंतिम छोर कभी प्राप्त नहीं किया जा सकता ( अनुमानतः विज्ञान की टेबल पर यह कथन अवश्य होगा )
3 :-वर्तमान में जितनी आकाश-गंगा हैं युनीवर्ष है उसे कई अरब गुना बढ़ा लिया जाये लेकिन शून्य को समाप्त नहीं किया जा सकता ( अनुमानतः विज्ञान की टेबल पर यह कथन अवश्य होगा )
4 :- इस कथन को किस प्रकार मानेंगे अथवा मनवाएंगे शस्त्रों का हथियार बम गोला बारूद का उपयोग करके धर्मगुरु अनुसार परमात्मा ईश्वर का कोई अंतिम छोर नहीं है
प्रश्न 1 :- क्या परमात्मा ईश्वर ने अंतहीन शून्य को समाप्त कर लिया अतः प्रश्न उस अंतिम छोर के बाद क्या है
2 :- मेरी रिपोर्ट जीवितों के द्वारा कभी शून्य अन्तरिक्ष का अंतिम छोर कभी प्राप्त नहीं किया जा सकता ( अनुमानतः विज्ञान की टेबल पर यह कथन अवश्य होगा )
3 :-वर्तमान में जितनी आकाश-गंगा हैं युनीवर्ष है उसे कई अरब गुना बढ़ा लिया जाये लेकिन शून्य को समाप्त नहीं किया जा सकता ( अनुमानतः विज्ञान की टेबल पर यह कथन अवश्य होगा )
4 :- इस कथन को किस प्रकार मानेंगे अथवा मनवाएंगे शस्त्रों का हथियार बम गोला बारूद का उपयोग करके
वर्तमान में पढ़े लिखे लोग जज मजिस्ट्रेट नेता धर्मगुरु मेरे लेख में पत्र में अनेक कमियां निकालेंगे
लेकिन मेरे अनुपात में जानकारी नहीं लिख पाएंगे आजमां के देख लो
अतः आपको और देश को लाभ क्या होगा उसकी सोचो
जैसे मोदी सरकार में आम-पब्लिक को कौन कौन से लाभ मिले क्या अन्य सरकार ने यही सुविधा उपलब्ध करवाई थी नहीं केवल भाषण दिया योजना रिपोर्ट बना कर दिखा दिया
हम सबका अजन्मा एक चींटी से एक कोशिका से भी कम बुध्धि मान थे
उनके द्वारा विशाल अन्तरिक्ष को जीवित करने की प्रक्रिया की शुरुआत की गयी यह विशाल जीवित अन्तरिक्ष केवल अजन्मा द्वारा निर्मित संपत्ति से नहीं बना है
अधिक कानून की बात किसके द्वारा की जा रही है अथवा किया जाता है जो परिणामों को देखने के लिए बैठा है लेकिन परिश्रम नहीं करता केवल सन्देश देकर मालिक होने की बात कहता रहता है जैसे किसी राजा द्वारा किसी राष्ट्रपति द्वारा किसी प्रधान्मंत्री द्वारा किसी लीडर द्वारा किसी बाहुबली द्वारा अपनी पसंद की बात कही जाति है उस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अन्य द्वारा निर्मित धन-संपत्ति जिस पर उसने छल बल से कब्ज़ा किया वह धन-संपत्ति उपलब्ध करवाई जाती है
ऐसा ब्यक्ति अथवा शक्ति अधिक नियम-कानून की बात कहता है जैसे मेरे द्वारा लिखा विषय में अनेकों त्रुटियाँ देखेगा लेकिन स्वयं लिख नहीं पायेगा
अथवा किसी निर्मित वस्तु में कमियां धुढेगा लेकिन वैसी वस्तु का निर्माण वह स्वयं नहीं कर सकता
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें