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मंगलवार, 27 अगस्त 2019

पाकिस्तान अपना देश बचा लो

पाकिस्तान अपना देश बचा लो
माननीय इमरान खाँन साहब

चिंता छोड़िये काम कीजिये             
 आप अपने राष्ट्र से तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करने का प्रयास करें
         एक लोकतान्त्रिक ब्यवस्था के अंतर्गत निश्चिंत होकर राष्ट्र का विकास करें आपका राष्ट्र तख्ता पलट की कई घटनाएं देख चुका है इनके बुरे परिणाम से आप भलीभांति परिचित हो चुकें हैं आप से गुजारिश करता हूँ तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करें लोकतान्त्रिक ब्यवस्था को स्थापित करें यह मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं है
आपको एक तरीका बताता हूँ यह तरीका कारगर साबित होगा
          आप लोकसभा में एक कानून पास करा लें जिसके अनुसार राज्य में अथवा राष्ट्र में आपात स्थिति होने पर देश में नियुक्त राष्ट्रपति ही विधानसभा या लोकसभा भंग करके राष्ट्रपति शासन लगा सकतें हैं अथवा लोकसभा विधानसभा के कहने पर राष्ट्रपति शासन लागू होगा यह शासन भी देश में नियुक्त राष्ट्रपति के अधीन होगा।
         राष्ट्र में कभी भी आर्मी या आर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज नहीं हो सकता यह अपराध माना जायेगा जिसकी सजा मिलेगी मुझे यकीन है यह कानून आपके राष्ट्र में जरूर होगा लेकिन आपके राष्ट्र में परिणाम नजर नहीं आया इसलिए ये बातें कहीं मेरा यह सोचना क्या सही है।
          वर्तमान कानून संसोधन कीजिये अगर आर्मी या आर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज होता है तब राष्ट्र की लोकसभा कानून के अनुसार पुलिस को पुलिस अफसरान को पूरा अधिकार होगा वह आर्मी को आर्मी अफसर को गिरफ्तार करके जेल में डाल दें आर्मी द्वारा बल या गोली का उपयोग किये जाने पर पुलिस को अधिकार होगा वह भी हालत अनुसार कार्यवाही करें इसके बाद न्यायपालिका की सहायता से या उच्चस्तरीय बैठक कर निर्णय लिया जाये कौन सा शासन लागु होगा राष्ट्रपति शासन या लोकतान्त्रिक शासन।
          माननीय इमरान खाँन साहब इस कानून के बन जाने पर आपके राष्ट्र में तख्ता पलट की कार्यवाही रुक जाएगी मुझे पूरा विश्वास है यह कानून आपके लोकसभा में बहुत जल्दी पास जायेगा आवाम का साथ मिलेगा पाकिस्तान की अवाम बहुत परेशान है खाँन साहब विकास के रास्ते का बाधा हटाने का काम करें जैसाकि इंडिया में हुआ देश में सबके पास बैंक खाता है अब सरकार आवाम के पैसे सीधे उनके बैंकखाता में भेज देता है खाँन साहब सड़कें बिजली गांव गांव तक पहुचायें रेललाइनें बिछाएं।
            खाँन साहब खुदा जब चाहे दुनियावी जिंदगी तबाह कर दें यह दुनियां इंसानों का इंतहान है जो पास कर गया वो पास हो गया आप पूरी तरह से जबर दस्ती नहीं कर सकते ,आप इंसानों से जबरदस्ती कर सकते हैं लेकिन उसके भीतर के गुणों को बदल नहीं सकते आप दुनियां का इतिहास देख लें, मुझे अधिक कहने की जरुरत नहीं होगी इतिहास की बातें हमें याद रखना होगा ,उनसे सबक लेना होगा।
२७/०८/ २०१९
आप सबका शुभ चिंतक
शुक्रिया        
सूरज के झुक जानें पर वो चाँद नहीं बन जायेगा
जमीं पर आग लगा देने पर वो सूरज नहीं बन जायेगा
दूसरा कानून मजहब के गलत इस्तेमाल को रोकना
      इमरान खाँन साहब जिहाद का गलत इस्तेमाल करने वालों से निजात पाने का आसान तरीका अपना लीजिये फिर देखिये कुरआन का हवाला देकर सरकार और मिलिट्री को मजबूर करने वाले मैदान छोड़कर कैसे भाग जायेंगे आपको यकीन नहीं होगा जनाब जान देने की बात कहना और जान देना दो अलग बातें हैं लेकिन ईमान देना दूसरी बात है आप जानते हैं इस्लाम को बहुत से लोगों नें मजाक बना दिया है इससे आपका मुल्क बहुत परेशान हो रहा है आपको इससे निजात पाना होगा
       पाकिस्तान में ये कानून लागू कर दीजिये जो इंसान या मौलाना ऐलानिया मजहबी कानून की बात कहता है और जितने कानून की सख्ती से अमल में लाने की बात कहता है उन्ही कानून को वह इंसान सबसे पहले अमल में लाएगा उसका परिवार अमल में लाएगा कम से कम १० साल तक उसके बाद ऐलानिया बहुत ऊँची आवाज में मजहबी कानून की बात कहेगा इससे पहले ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहबी कानून की बात नहीं कहेगा, 10 साल के बाद भी मजहबी कानून को अमल में लाना होगा।
         यही पाकिस्तानी सरकार का कानून होगा इस कानून के मुताबिक इनकी जाँच की जाएगी आप देखेंगे मजहब का मजाक बनाने वाले लोग जिहाद के नाम पर सरकार के पैसे पर ऐश करने वाले लोग दिखाई नहीं देंगे जो ईमान परस्त इंसान होगा मौलाना होगा वही जिहाद और इस्लाम की बात कहता नजर आएगा और आपके मुल्क में अमन चैन होगा
         इमरान खाँन साहब जिहादियों को मनाही होगी अवाम से जबरदस्ती चन्दा वसूल नहीं करेंगे अवाम तय करेगी किसे चंदा देना है किसे नहीं अवाम समझेगी कौन चंदा के पैसे से ऐश करने वाले लोग हैं कौन ईमानदारी से इस्लाम की राह पर चलने वाले लोग हैं। जनाब जब आपको अल्लाह ने जिहाद के लिए मालियत नहीं दी तो सरकार और अवाम मालियत क्यों दे आप अवाम से रकम वसूल कीजिये लेकिन जबरन रकम वसूल मत कीजिये यही तो इम्तहान आपकी आजमाईश है आपको जिहाद के लिए कितनी रकम मिलनी चाहिए।
आप मजहब को समझते हैं।
आप सबका शुभ चिंतक   
एक काफिर एक काफिर  
          मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए