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सोमवार, 3 जून 2024

किसने किसे चैलेन्ज किया रामसजीवन ने कुरान पूराण को चैलेन्ज किया अथवा कुरान पुराण ने


मेरी आत्मा क्यों भटक रही है इसका जिम्मेदार कौन है
भ्रष्ट-धर्म उपदेशक अथवा मेरा कर्म मेरा कर्म गलत होने का जिम्मेदार कौन गलत ज्ञान या गलत समझ
पूरा पढ़िये

सीमा समृध्धि कुशवाहा सुप्रीम कोर्ट वकील
आप मनुष्यों की आत्मा को गलत ज्ञान की वजह से भटकने से बचाएंगी माना जीवन के कई माडल है
अपने सृष्टि और आध्यात्मिक सत्य जानने के अधिकार को सुरक्षित करें
सुप्रीम कोर्ट हेतु लिखा आध्यात्मिक अत्याचार निवारण याचिका पत्र पढ़ें
प्रस्तावित 21 कानून यहाँ देखें सृष्टि और धार्मिक आध्यात्मिक असत्य कथनों का बहिष्कार करो
धार्मिक आध्यात्मिक दृष्टि से देश में शान्ति बहाल होगा भ्रष्ट आध्यात्मिक नेता धर्मगुरुओं का ड्रामा बंद हो जाएगा धर्म परिवर्तन का ड्रामा बंद होगा
किसने किसे चैलेन्ज किया
आप अपना सब कुछ इस शक्ति को समर्पित कर दो
अन्तरिक्ष में पूर्ण मुत्यु दाता जीवित नहीं रहेगा
दान उपहार की सम्पत्ति खा खाकर बात मनवाना
भारत न्यायालय को यह कानून चाहिए
सृजनकर्ता पक्ष और नागरिक बाहुबल बूते बातें मनवाए
ॐ मातृशक्तियाँ मेरा कर्तब्य पूरा हुआ
मनुवादी और इस्लामिक देश राष्ट्र नहीं बनेगा
आकाशगंगा उपासक दान उपहार चंदा नहीं लेंगे
आकाशगंगा उपासक की प्रथम कोई पत्नी ना हो अथवा एक पत्नी हो
आकाशगंगा उपासक माँस का सेवन नहीं करेंगे
यह कानून मुस्लिम ईसाई मनुवादी के द्वारा लाया जाना था
दान उपहार चंदा लेना उचित अनुचित है
देश में धर्म ग्रन्थ पर वार्ता नहीं होगी
यह कानून पाकिस्तान भारत लागु करवाना चाहेगा
अध्यात्मिक गुरुओं ने सत्यापित किया ईश्वर अल्लाह भगवान् की शक्ति कमजोर है
भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनवाया कानून समझ नहीं आया
प्रश्न शैतान किस पक्ष में सक्रिय है
सत्य और आवश्यकता को हानि नहीं पहुंचाएंगे
यदि आप अल्लाह भगवान् ईश्वर परमात्मा होते
क्या आप औरत बनेंगे
सभी धर्म के लोगों आपको केवल कानून चुनना है
आप लोग आकार वालों की हत्या की बात करते हो
क्या लेकर आये हो क्या लेकर जाओगे
पासी की सरकारी लाठी
धार्मिक स्थल तोड़ जायेंगे
मैं भारत का पुलिस हूँ
सृजनकर्ता प्रारम्भ कितने बडे थे उनका द्रबयमान क्या था
कुरान आयत को जो गलत कहेगा उसका कत्ल कर दो 
देश में न्यायपालिका टीम के कार्य

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किसने किसे चैलेन्ज किया

      किसने किसे चैलेन्ज किया रामसजीवन ने कुरान पूराण को चैलेन्ज किया अथवा कुरान पुराण ने विशाल जीवित बुध्धिमान अंतरिक्ष को चैलेन्ज किया है मै धर्मग्रन्थ सही हूँ मैं ही सच्चा हूँ किसने कहा क्या धर्मग्रन्थ ने उसके रचयिता ने अथवा धर्मगुरुओं ने अपने निज स्वार्थ को साधने हेतु स्वार्थ सिध्धि कथनों को स्थापित प्रचारित किया
      आपने भगवान परमात्मा ईश्वर की कही बात को चुनौती दी है आपने आसमान से उतारी गयी किताब को चुनौती दी है यह कथन कितना सही है यह आपका कथन है ठीक है मेरा कथन मैंने ईश्वर भगवान परमात्मा के कथनों को आसमान से उतारी किताब को चुनौती नहीं दी है मैंने विशाल अन्तरिक्ष को पढ़ा और जो समझ आया वही बात कही है अतः आप अदालत में धर्मग्रन्थ रखिये मैं विशाल जीवित अन्तरिक्ष रखता हूँ देखते हैं कौन सी बात उभर कर सामने आती है मेरे सामने एक प्रश्न था और विशाल जीवित अन्तरिक्ष जिसका एक अंतिम छोर है उस अन्तरिक्ष को पढ़ने के बाद जो बात समझ आई वही बात कही गयी है किसी धर्मग्रन्थ को चुनौती की दृष्टि से बातें नहीं कही गयी है यह अवश्य कहूँगा धर्मग्रन्थ का दुरूपयोग करने वालों के सम्बन्ध में कुछ कहा है और वह अनुचित नहीं है ईश्वर अल्लाह भगवान परमात्मा के पक्ष में खड़े होकर आप यह सन्देश नहीं दे सकते उसके उपासक परिश्रम करने में असमर्थ हो जाते हैं अतः उन्हें दान उपहार चंदा की धनराशी लेने की आवश्यकता है उसके उपासक बिना शस्त्रों हथियार के अध्यात्मिक बात मनवाने में असमर्थ होते हैं ये अध्यात्मिक लोग वैज्ञानिक साक्ष्य प्रस्तुत करने में असमर्थ होते हैं
      आपके द्वारा अदालत में धर्म ग्रन्थ रखने का मतलब है आपने साइंस के टेबल पर किताब रखी है जब तक साइंस नहीं मानता अदालत नहीं मानेगी

प्रस्तावित 21 कानून यहाँ देखें

आप अपना सब कुछ इस शक्ति को समर्पित कर दो

      अध्यात्मिक ब्यक्ति कहते हैं आप अपना अमुक शक्ति को तन मन धन अपना सर्वस्व समर्पित कर दो सारी सम्पत्ति इनकी है इस कथन को इसके पुरे वाक्यों को वैज्ञानिक की टेबल पर रखिये अध्यात्मिक ब्यक्तियों का यह कथन कितना सही है इसकी समीक्षा की जाए अध्यात्मिक ब्यक्तियों को कौन कौन से शब्दों का उपयोग करना चाहिए जो शब्द मूल सम्पत्ति निर्माता अथवा सम्पत्ति दाता को प्राप्त होता हो माना कई आत्माएं धरती पर धरती की सम्पत्ति का सेवन करती हैं इसका अर्थ यह नहीं वह चैन से जीवन ब्यतीत करने का अधिकारी नहीं है वह आत्मा मानती है यह मेरे सृजन कर्ता की सम्पत्ति नहीं है वह कुछ जीवन के अनुभव है जो वासना रहित हैं अन्य जीवों को क्लेशित करने वाली नहीं है लेकिन अनुभूति हेतु संपत्तियों को प्रभावित कर्ता है लेकिन विनाश का इरादा नहीं रखता विवशता विवश करने की बात अलग है इस सम्बन्ध में दोषी कौन होगा यह स्पस्ट है उसे विवश किया गया है अतः विवश करने वाला दोषी है

अन्तरिक्ष में पूर्ण मुत्यु दाता जीवित नहीं रहेगा

      अन्तरिक्ष में पूर्ण मुत्यु दाता जीवित नहीं रहेगा अन्तरिक्ष में जो जो शक्ति पूर्ण मृत्युदाता है अर्थात शुन्य के सामान मृत्यु देता है उसे भी जीवित अन्तरिक्ष वास्तविक शून्य मृत्यु के सामान मृत्यु देगा कारन किशी भी शक्ति को यह अधिकार नहीं है किसी जीवत शक्ति को पूर्ण मुत्यु दे आप उससे बलवान शक्ति हैं जब मृत्यु देने की क्षमता रखते हैं तब उस जीव में सुधार भी कर सकते हैं आप तत्वों के गुणों में परवर्तन करना जानते हैं अतः विशाल जीवित अन्तरिक्ष में इसका अंतिम छोर है इस अन्तरिक्ष में पूर्ण मृत्यु दाता को भी मुत्यु दिया जायेगा वह भी वास्तविक शून्य सामान मृत्यु जो शक्ति शून्य को जीवित करना बनना नहीं जानती वह किसी को पूर्ण मृत्यु नहीं दे सकते शून्य को जीवित बनाने वाली शक्ति पूर्ण मृत्यु देकर पुनः जीवित कर देगी यह बात मैं मनुष्य जानता हूँ अतः वह शक्ति भी जानती होगी उसे भरोषा है मुझे शून्य सामान मृत्यु देकर पुनः जीवित तत्वों में ब्यवस्थित कर दिया जायेगा
      लेकिन वह एक बार रोएगी जरुर जब उसे मालूम होगा मुझे औरत बनाया जायेगा और कहा जायेगा जितने जीवों को पूर्ण मृत्यु दिया है उतने जीवों को अपनी कोख से पैदा करोगे यह दो प्रकार का है प्रथम बाहरी तत्व को जीव निर्माण अंग में स्थापित करके पैदा करो दूसरा सम्भोग द्वारा बीज अंश को जीव निर्माण अंग में स्थापित करके पैदा करो उस समय वह शक्ति रोएगी जरुर अतः किसी जीव को जब आप जीवित करने में असमर्थ हो पूर्ण मृत्यु नहीं दो
      माना संसार में बहुत सी औरतें हैं नारी के बिना धरती पर जीव निर्माण नहीं हो सकता नारी एक समस्या है नारी एक समाधान है मेरा यह कथा सुनकर बहुत लोग कहेंगे आपने नारी जाति का ईश्वर अल्लाह भगवान् परमात्मा शक्ति का अपमान किया है मैं जानता हूँ जीव निर्माण हेतु पुरुष का होना आवश्यक नहीं है दूसरा किसी स्त्री पुरुष का होना आवश्यक नहीं है
यदि मैं ईश्वर अल्लाह भगवान परमात्मा होता तब जब कोई संसार में तबाही मचाने जाता और उसके पास एक मिशाइल होता एक परमाणु बम होता तब मैं उसे दस मिसाइल दे देता एक परमाणु बम होता में उसे दस परमाणु बम दे देता और जब वह तबाही मचाने के बाद मेरे पास आता तब कहता आपने सृष्टि के पूर्ण सत्य और रहस्य को जाने बिना अपनी इच्छा पूरी कर ली वह कहता हाँ जो मुझे भ्रष्ठ धर्म-गुरुओं ने सुझाया उसके अनुसार मैंने तबाही मचा दी मैं कहता ठीक है प्रतीक्षा करो वह कई हजार वर्ष तक प्रतीक्षा करते उन्हें सारा संसार सुना नजर आता हजारों वर्ष बीतने के बाद कहते ईश्वर अल्लाह भगवान् परमात्मा सारा संसार सुना दिखाई दे रहा है आप संसार का सृजन करें मैं कहता हाँ ठीक है वे खुश हो जायेंगे मैं कहता संसार बनाने हेतु एक नारी की आवश्यकता होगी वे कहते आपके लिए कोई कार्य असंभव नहीं है आप नारी बना सकते हैं मैं कहता हाँ ठीक है उनसे पूछता बताइए आप में से कौन नारी बनेगा एक प्रश्न दूसरा कथन होता याद कीजिये आपने लोगों ने भ्रष्ठ धर्म गुरुओं के झांसे में आकर धरती पर तबाही मचाई थी अतः आपके कारण जितने जीव मारे गये हैं उतने जीव आपको अपने गर्भ से पैदा करने होंगे यदि आप तैयार हैं तब मैं संसार निर्माण प्रारम्भ करता हूँ
      मैं रामसजीवन यह मानने से इंकार कर्ता हूँ की मुझे भगवान ईश्वर अल्लाह परमात्मा ने बनाया है हाँ इनके अर्थ को स्वीकार करता हूँ इन शब्दों के अर्थ है शुन्य से जीवित जीवित से बुध्धिमान और बुध्धिमान से आकार के सृजनकर्ता ने बनाया है मैं सृजित हूँ लोग कहेंगे मैं रामसजीवन शैतान हूँ
      प्रश्न किसने सत्य हानि को पहुचाई है किसने धरती के भगवान अल्लाह परमात्मा नामों को सारे संसार निर्माता के स्थान पर स्थापित किया है किसने धर्मग्रन्थ के नाम पर अपनी निजी स्वार्थ को सिध्द किया ऐय्याशी और शासन किया किया दान उपहार चंदा की धनराशी को प्रमुखता से प्रचारित किया निजी स्वार्थ लाभ को पूर्ण करने हेतु कट्टरता पूर्ण अपनी स्वयं की मान्यता समझ को जूनून को हठधर्मिता से लोगों से मनवाया
      आपने सिध्ध किया ईश्वर परमात्मा भगवान अल्लाह का भक्त उपासक प्रार्थना करने वाला परिश्रम करने में असमर्थ हो जाता है आपके भ्रष्ठ सन्देश और वातावरण के निर्माण से परिश्रम करने वाले लोग भी दान उपहार चंदा और भिक्षा को प्राथमिकता से मानने लगे उसका अनुशरण करने लगे इन दोषों की जिम्मेदारी कौन लेंगे क्या सत्य की सुरक्षा करने वाला शैतान है आप उनके बारे में क्या कहेंगे जिन्होंने सत्य को हानि पहुंचाई है सृजनकर्ता के मूल विधि विधान को हानि पहुंचाई है
      आप अपने प्राणों की आहुति देकर अपने कर्तब्य पूरा करें ऐसा कहने वाला कौन है ऐसा कहने वाला वह है जिन लोगों को उसके विषय वस्तु के प्रभावी हो जाने पर मुफ्त आर्थिक लाभ मान सम्मान ऐय्याशी समाज गाँव शहर में दबदबा मुफ्त शासन की प्राप्ति में ब्यावधान आता है मेरी अपनी बात मुझसे प्राणों की आहुति देने वाले की बात कहने वाले को मैं पहले कुएं में धकेल दूंगा जब उसकी आत्मा बाहर आएगी तब पूछूँगा कैसा लगा प्राणों की आहुति देकर लेकिन जब आत्मा शरीर से निकल वापस नहीं आई तब क्या समझा जाएगा बताया जाएगा और जब शरीर से परमात्मा निकल कर आएगी तब क्या कथन होंगे

दान उपहार की सम्पत्ति खा खाकर बात मनवाना

       क्या धर्म उपदेशक धर्म संस्थापक प्रचारक धरती के मनुष्यों को और संसार सृजनकर्ता को यह सन्देश देंगे आप अपनी बात शस्त्रों हथियार के बलबूते मनवाएं यदि ईश्वर पक्ष अल्लाह पक्ष भगवान पक्ष परमात्मा पक्ष ने धर्म उपदेशक धर्म संस्थापक प्रचारक को शस्त्रों हथियार के बलबूते बात मनवानी शुरू कर दी तब क्या होगा वह भी दान उपहार चंदा के बलबूते ऐश करने वाले मानसम्मान प्रसिध्धि पाने वाले अध्यात्मिक शासन करने वाले लोग के द्वारा बाहुबल का शस्त्रों हथियार का प्रयोग किया जाए अपनी मेहनत की खावो और जितने लोगों को धर्म मनवाते हो उनको भी खिलाओ उनकी जीवन जीने की सभी वस्तुओं की ब्यवस्था करो उनको परिश्रम मत करने दो तुम उन्हें अधिक अध्यात्मिक जीवन जीने हेतु विवश मत करो तुम अधिक अध्यात्मिक बनने की बात इस लिए करते हो क्योकि तुम्हें अधिक परिश्रम करना होगा खाना पीना गाँव शहर घुमाना रिश्तेदारों के यहाँ जाना इन पर प्रतिबन्ध नहीं लगाओ तब देखते हैं कितने बड़े धर्म संस्थापक प्रचारक धर्म उपदेशक धर्म-रक्षक हो दान उपहार चंदा की राशी खा खाकर चर्बी चढ़ गयी है मुफ्तखोरों ने ईश्वर संसार सृजनकर्ता को विभिन्न नाम देकर सृजनकर्ता और मनुष्यों और इंसानों को खिलौना अध्यात्म प्रार्थना स्तुति को मजाक बना लिया है
       दूसरा हम धर्म उपदेशक हैं हमने एक बार धर्म की बात कह दी आपको मानना होगा अन्यथा हम आपका पीछा नहीं छोड़ेंगे साक्ष्य के तौर पर यह धर्म ग्रन्थ की बात है महापुरुष की बात है उन महापुरुष की बात आपको माननी होगी क्यों क्योकि आपको किसी ने लालच दिया स्वर्ग मिलेगा जन्नत मिलेगा इतने लोगों तक सन्देश पहुँचाओ इन्हें धर्म अपनाने के लिए विवश करो जब वे धर्म रीती अपनाएंगे तब आपको परम श्रेष्ठ पद प्राप्त होगा
इसके स्थान पर धर्म उपदेशक महापुरुष ने यह नहीं कहा की अपनी परिश्रम से उसके उसके परिवार का पालन पोषण का सम्पूर्ण आवश्यकता की पूर्ति करो उन्हें परिश्रम करने की आवश्यकता नहीं हो यह उपदेश नहीं दिया क्योकि यह कठिन कार्य है दान उपहार की सम्पत्ति खा खाकर बातें मनवाने का उपदेश दिया है जाके पूछो यह उपदेश कितना उचित है

भारत न्यायालय को यह कानून चाहिए

      मेरा प्रश्न क्या भारत के न्यायालय भारत की सरकार भारत के नागरिक को उपरोक्त कानून चाहिए
भारत राष्ट्र को उपरोक्त प्रस्तावित कानून यहाँ पढ़े में वर्णित 21 कानून की आवश्यकता है तब यह कानून आप ले सकते हैं न्यायालय सरकार नागरिक इस सम्बन्ध में उत्तर दें
यह बताये क्या आप अध्यात्मिक विषय विभिन्न धर्म के लोगों के आचरण धर्म ग्रन्थ के दुरूपयोग से सृजन कर्ता के नामों के दुरूपयोग से परेशान हैं अथवा उपयोग से परेशान हैं यह 21 कानून दोनों तरह के समस्या का समाधान है
मैं रामसजीवन भारतीया सूअर पालने वाले परिवार में जन्मा अपना कर्तब्य पूरा किया भगवान ईश्वर अल्लाह परमात्मा जगत धारण कर्ता ने अथवा उनके किसी शक्ति ने अथवा किसी दूत ने अथवा किसी परेशान सत्य को जानने वाले आत्मा ने सूअर पालने वाले परिवार को उपाय सुझाया है ये शक्तियां चाहते तो यह कानून व रहस्य भेड़ पालने वाले बकरी पालने वाले परिवार गाय भैंस पालने वाले परिवार अथवा धोबी पछाड़ लगाने वाले धाबी को यह कानून सुझाया जा सकता था यह मुस्लिम परिवार ब्राम्हण परिवार ईसाई परिवार किसी संगठन के द्वारा सरकार की तरफ से नहीं लाया गया अतः प्रश्न उनके द्वारा दुनियां संसार को क्या सन्देश दिया गया
मेरा कथन मैं सूअर पालने वाली जाति में जन्मा हूँ यह जाति सूअर पालता है लेकिन सूअर गन्दगी खाता है और पासी सूअर खा जाता है

सृजनकर्ता पक्ष और नागरिक बाहुबल बूते बातें मनवाए

       क्या धर्म उपदेशक धर्म संस्थापक प्रचारक धरती के मनुष्यों को और संसार सृजनकर्ता को यह सन्देश देंगे आप अपनी बात शास्त्रों के बलबूते मनवाएं यदि ईश्वर पक्ष अल्लाह पक्ष भगवान पक्ष परमात्मा पक्ष ने धर्म उपदेशक धर्म संस्थापक प्रचारक से बाहुबल ताकत के बलबूते बात मनवानी शुरू कर दी तब क्या होगा
       दूसरा हम धर्म उपदेशक हैं हमने एक बार धर्म की बात कह दी आपको मानना होगा अन्यथा हम आपका पीछा नहीं छोड़ेंगे साक्ष्य के तौर पर यह धर्म ग्रन्थ की बात है महापुरुष की बात है उन महापुरुष की बात आपको माननी होगी क्यों क्योकि आपको किसी ने लालच दिया स्वर्ग मिलेगा जन्नत मिलेगा इतने लोगों तक सन्देश पहुँचाओ इन्हें धर्म अपनाने के लिए विवश करो जब वे धर्म रीती अपनाएंगे तब आपको परम श्रेष्ठ पद प्राप्त होगा
      इसके स्थान पर धर्म उपदेशक महापुरुष ने यह नहीं कहा की अपनी परिश्रम से उसके उसके परिवार का पालन पोषण का सम्पूर्ण आवश्यकता की पूर्ति करो उन्हें परिश्रम करने की आवश्यकता नहीं हो यह उपदेश नहीं दिया क्योकि वे जानते हैं यह कठिन कार्य है इसलिए दान उपहार की सम्पत्ति खा खाकर बातें मनवाने का उपदेश दिया है जाके पूछो यह उपदेश कितना उचित है

ॐ मातृशक्तियाँ मेरा कर्तब्य पूरा हुआ

       भारत के न्यायपालिका भारत की सरकार आपके देश राष्ट्र में पैदा हुआ मैं आपके देश राष्ट्र का नागरिक हूँ आपके देश राष्ट्र के प्रति मेरा कर्तब्य था आपके देश राष्ट्र की किसी समस्या का समाधान कर सकते हैं अथवा उपाय बता सकते हैं तब यह कार्य अवश्य करें इसके अन्तर्गत उपरोक्त 21 कानून अध्यात्मिक समस्या निवारण कानून मैं आपको सौपता हूँ आपको सौपने के साथ मेरा किसी एक पक्ष का नागरिक का कर्तब्य पूरा होता है
       भारतीय न्यायालय और सरकार आप से प्रश्न क्या आपके राष्ट्र में धार्मिक अध्यात्मिक समस्याएं हैं जिससे आप आपके नागरिक परेशान हैं धार्मिक अध्यात्मिक विषय वस्तु के कारण तनाव की स्थिति निर्मित होती है हत्या होती है दंगा फसाद होता है अथवा होती रहती है और आप इसका समाधान चाहते हैं आपके नागरिक में से अध्यात्मिक पक्ष के नागरिक सृजनकर्ता के पक्ष में खड़े होकर अनुचित अप्रिय कार्य करते हैं तनाव पूर्ण वारावरण निर्मित करते हैं आपके देश राष्ट्र के अध्यात्मिक पक्ष के नागरिक सृजनकर्ता के पक्ष के नागरिक अपना निजी स्वार्थ सिध्ध करने हेतु परिवार अथवा समूह स्वार्थ सिध्धि हेतु हथियार के बलबूते बाहुबल के बूते बहुत बड़ी भीड़ के बूते अध्यात्मिक बातें मनवाते हैं और मुफ्त मानसम्मान ऐय्याशी धनराशी के साथ साथ गाँव-शहर देश अथवा विश्व में शासन करते हैं आप उपरोक्त प्रश्नों का उत्तर देवें
      इनके शासन के द्वारा यह सत्यापित किया जाता है धरती आकाश की प्रत्येक वस्तु का सृजन कर्ता मनुष्यों में इंसानों में अपना शासन स्थापित करने में असमर्थ है सृजनकर्ता को अध्यात्मिक पोशाक धारण करके अपना शासन संचालित अथवा स्थापित करने की आवश्यकता है यदि यह सत्यायापित किया जाता है तब यह जान ले मान ले यह कार्य सृजनकर्ता की शक्तियों को कमजोर सत्यापित करता है और यह सत्य नहीं है सृजनकर्ता की शक्तियां जो जीव-जंतु पशु-पक्षी मनुष्य-इन्सान पेड़-पौधों को उनके गुणों को बिना नुकसान पहुचाये पालन-पोषण करते हैं उनके द्वारा ज्ञान तर्कशक्ति स्मृति निर्णय-शक्ति परिणामदर्शी अंगों का किसी भी रचना के सम्पूर्ण अंगों का पालन-पोषण किया जाता है आप उन्हें कमजोर बता रहे हैं इन लोगों पर रोक लगनी चाहिए
      आप विश्व के सभी राष्ट्र इस समस्या का समाधान चाहते हैं उपाय चाहते हैं एक कानून चाहते हैं तब यह 21 कानून आपके लिए हैं में राम सजीवन पिता रामदीन माता पूर्णिमा मुलनिवास कोतारी हेटापटी फूलपुर प्रयागराज वर्तमान निवास राजीवनगर 395/D के पास बी एम् वाई चरौदा दुर्ग छत्तीसगढ़ आपको उपरोक्त समस्या समाधान का उपाय यह 21 कानून सौपता हूँ

भारत मनुवादी और इस्लामिक देश राष्ट्र नहीं बनेगा
केवल आकार और निराकार के सभी गुणों को धारण व सुरक्षा करेगा

      भारत देश में इस्लामवाद शरिया कानून और मनुवादी धर्म की स्थापना नहीं होगी जो भी धर्म समुदाय उपरोक्त किसी धर्म-वाद की गॉड संदेशवाहक के सन्देश की स्थापना प्रचार करेंगे उन्हें अपने परिश्रम से मेहनत से धर्म अपनाने वाले समूह की सभी जरुरत की जीवित अजीवित वस्तुओं की ब्यवस्था करनी होगी आज के परिवेश को देखते हुए देश-दुनियां के इतिहास को देखते हुए समस्त संसार सृजनकर्ता धारण-पालन पोषण कर्ता के शक्तियों को देखते हुए यही साक्ष्य मिलता है यही सही निर्णय है अतः धर्म प्रचारक धर्म उपदेशक धर्म मनवाने वाला समूह कभी भी दान उपहार और चंदा की धन-राशी का उपयोग नहीं करेंगे धर्म अनुयायी कभी भी अपनी परिश्रम से कोई भी जीवित अजीवित वस्तु की ब्यवस्था नहीं करेंगे ( इस क्रिया से धर्म अनुयायी परिश्रम की दृष्टि से परिश्रम करने में असमर्थ हो जायेंगे इस नुकसान का मुआवजा कौन देगा इस ब्यवस्था से धर्म अनुयायी पूर्व के सामान परिश्रम करने वाले कैसे बनेंगे ) लेकिन कभी भी धर्मानुयायियों पर मालिकाना अधिकार नहीं दिया जायेगा कारण उन्होंने आपका अभ्यास करवाया है अतः एक निश्चित समय आवश्यकता के बाद धर्म अनुयायियों को धर्म मनवाने वाले समूह द्वारा धनराशी दिया जाएगा अतः कोई भी धर्म उपदेशक प्रचारक अनुयायी अध्यात्म की बात को बलपूर्वक मनवाने की कोशिश नहीं करेंगे ज्ञान उपदेश देने के बाद ( ना की धर्म-धारण उपदेश ) ईश्वर अल्लाह भगवान परमात्मा यहोवा जिस नाम को आप समस्त संसार निर्माता कहते हैं बांकी उन पर छोड़ दें ब्यक्ति से अपनी बात मनवाने के तरीकों का उपयोग नहीं करेंगे

आकाशगंगा उपासक द्वारा दान उपहार चंदा लेना अनुचित है

धर्म उपदेशक उत्तर दो यह कितना गलत है कितना सही है
देखिये पूरी कायनात को बनाने वाले ने कहा है उसके बन्दों ने कहा है उनके फरिस्तों ने कहा है भगवान् ने कहा है देवता-देवी ने कहा है महापुरुषों ने कहा है ऋषियों ने कहा है आपसे प्रश्न पूछा गया था दान किसके द्वारा दिया जाना चाहिए किसके द्वारा लिया जाना चाहिए यदि साँप को दान के रूप में दूध पिलाये और वह आपके बच्चों को काट ले परवार सदस्य की मृत्यु होती जाए क्या आप दान के रूप में दूध पिलाते रहेंगे दूसरा पहले उसके जहरीले दांत तोड़ते रहो तीसरा दान दो और साँपों को खाते भी रहो कितने सांप आपके पास रहेंगे दान किसे दिया जाना चाहिए जो दान दाता का अधिकारों का हनन उसका शोषण करे दान दाता पर राज करे सृष्टि विस्तार में सहयोग नहीं करे सृजित रचनाओं की समस्याओं का दुखों का समाधान नहीं करता सृजन कर्ता द्वारा बनाई रचना पर अत्याचार करे उसे मिटाता रहे उसका भोग विलास के रूप में हमेशा उपयोग करता रहे दान लेने वाला यह सत्यापित कर्ता रहे ईश्वर भगवान अल्लाह परमात्मा अपनी सृष्टि को हम कट्टर हथियारबंद बाहूबलि लठैत धर्म गुरुओं उपदेशकों प्रचारको के बिना अच्छे से नहीं संभाल सकते
       जब तक समस्त संसार उपासक द्वारा आकाशगंगा सृजनकर्ता उपासक द्वारा दान उपहार चंदा लेना उचित अनुचित है इसका फैसला नहीं हो जाता तब तक दान उपहार चंदा की धनराशी सरकारी अध्यात्मिक खजाने में जमा होता रहेगा इसके साथ सरकारी अध्यात्मिक खजाना पेटी बनाने हेतु सरकार कोई धन राशी खर्च नहीं की जाएगी न्यायालय द्वारा निर्देश जारी होगा सभी अध्यात्मिक स्थल के संचालक ब्यवस्थापिका अध्यात्मिक स्थल में रखी दान पेटी में अध्यात्मिक सरकारी खजाना पेटी यह अंकित करने की दिशा निर्देश जारी करती है
      न्यायालय द्वारा निर्देश दिया गया सरकारी अध्यात्मिक खजाना पेटी बनवाये सरकार ने उत्तर दिया सरकार के पास पैसा नहीं है प्रश्न न्यायालय धन कहाँ से उपलब्ध करवाएगी इसी प्रश्न का उत्तर चाहिए न्यायालय आपके राष्ट्र के धर्मगुरु धर्म उपदेशक दिशा निर्देश जारी करते हैं अपील करते हैं लेकिन धन मुहैय्या नहीं करवाते क्या निर्देश जारी करने से धन की रचना होना शुरू हो जाता है

आकाशगंगा उपासक प्रथम कोई पत्नी ना हो अथवा एक पत्नी हो

धर्म उपदेशक उत्तर दो यह कितना गलत है कितना सही है
देखिये पूरी कायनात को बनाने वाले ने कहा है उसके बन्दों ने कहा है उनके फरिस्तों ने कहा है भगवान् ने कहा है देवता-देवी ने कहा है महापुरुषों ने कहा है ऋषियों ने कहा है

आकाशगंगा उपासक माँस का सेवन नहीं करेंगे

धर्म उपदेशक उत्तर दो यह कितना गलत है कितना सही है
देखिये पूरी कायनात को बनाने वाले ने कहा है उसके बन्दों ने कहा है उनके फरिस्तों ने कहा है भगवान् ने कहा है देवता-देवी ने कहा है महापुरुषों ने कहा है ऋषियों ने कहा है

यदि आप अल्लाह भगवान् ईश्वर परमात्मा होते

धर्म उपदेशक उत्तर दो आप कब तक रचना करते रहते
आप अपने द्वारा सृजित रचित बनाये बेटों बेटियों का माँस कब तक अपने बेटों बेटियों को खिलाते रहेंगे यह प्रश्न आप श्रोता सुनाने वालों को बहुत क्रोध दिलाएगा लेकिन क्रोध करने से पहले याद रखो आप ईश्वर अल्लाह भगवान् परमात्मा हो आपके कथन अनुसार आपकी मर्जी के बिना किसी भी वस्तु की रचना नहीं हो सकती जबकि अनाज वनस्पति तरल ठोस गैस द्रब्य एक विकल्प है
आप अपने बेटों के लिए भोग विलाश हेतु कितनी औरत कब तक बनाते रहेंगे
आप कब तक सम्पत्ति बना बना कर दान करते रहेंगे और कभी भी वापस नहीं लेते दान लेने वाला उन संपत्तियों का किस रूप में उपयोग करते हैं इससे आपको कोई लेना देना होगा अथवा नहीं यदि उसी सम्पत्ति का उपयोग करके आपके बनाये रचना ने आपकी सत्ता मिटाने की कोशिश की तब आप क्या करेंगे क्या आपके द्वारा बनाई वस्तु कोई रचना करने हेतु सक्षम हो सकती है जबकि आप भी शून्य से निर्मित हैं आपने शून्य को जीवित करके अपना आकार विशाल किया है क्या जिस प्रकार से आपने शून्य को जीवित करके आकर बड़ा किया क्या आपके संतान शून्य को जीवित नहीं कर सकते ऐसी कौन सी बंधन में आप बंधेंगे की आपकी रचना शून्य को जीवित करने में हमेशा असमर्थ रहेगी
आप ईश्वर अल्लाह भगवान् हैं आपके शिवा कोई भी किसी रचना को बनाने में असमर्थ है

आप धर्मगुरु धनराशी छोडकर भाग सकते हैं

       न्यायालय 21 कानून की वार्ता प्रारम्भ होने के कुछ दिनों के बाद आपके धर्मगुरु धर्म उपदेशक को जब यकींन हो जाएगा उपरोक्त 21 कानून अवश्य लागू होगा तब वे देश छोड़ कर दान उपहार चंदा के धनराशी समेट कर भागना चाहेंगे अतः आपकी जिम्मेवारी बनती है देश का पैसा लेकर कोई ना भागे आप भ्रष्ट धर्मगुरु धर्म उपदेशक देश छोड़कर भागना चाहते हैं आप धनराशी छोकर भाग सकते हैं धन लेकर नहीं
      आप न्यायालय के पास अध्यात्मिक ब्यक्तियों के चल अचल सम्पत्ति की जानकारी होनी चाहिए इसके साथ आम नागरिक को जानकारी होनी चाहिए उनके द्वारा किये अच्छे काम बुरे काम की प्राप्त जानकारी सार्वजानिक करें जिससे नागरिक निर्णय कर सके किस धर्मस्थल पर अथवा उपदेशक को दान उपहार चन्दा देना उचित है

पाकिस्तान यह कानून भारत में लागु करवाना चाहेगा

      पाकिस्तान और जेहादी और मुसलमान जब तक 21 कानून को समझ नहीं पाएंगे तब तक विरोध करेंगे लेकिन जब उन्हें चार कानूनी लाइन को छोड़कर फायदा नजर आएगा तब इस कानून को लागू करवाने की कोशिश करेंगे इस तरह भारत के मुसलमान 21 कानून का विरोध नहीं करेंगे पाकिस्तान 21 कानून को भारत में लागू करवाना चाहेगा वह चार लाइनों से पीछे हटेगा पहला एक भी अथवा सिर्फ एक पत्नी होगी दूसरा माँस का सेवन नहीं करेंगे तीसरा दान उपहार चन्दा की धन राशी सरकारी अध्यात्मिक खजाना पेटी में जमा किया जायेगा चौथा जो भी कहोगे हमेशा सत्य कहोगे अन्य लाइनों को देखकर वह कहेगा भारत के मुसलमानों अल्लाह के वास्ते अल्लाह की राह पर हम तो जान न्योंछावर कर देते हैं ये तो एक बीबी की बात करते हैं आखिर आपके पास एक बीवी तो है ना, नहीं चाहिए चार चार बीवियां हमें तो अल्लाह तआला खुदा रब्बिल आलमिल की पनाह से मतलब है हम उनके लिए सब कुछ कुर्बान कर सकते है वो हमें अपनी मेहनत की खाने की बात करते हैं माँस छोड़ने की बात कहते है वह भी छोड़ देंगे खाना खाने से मना तो नहीं किया ना पाकिस्तान कुछ इस तरह का उपदेश नवयुवा को जेहादियों को देंगे लेकिन स्वयं इसका पालन नहीं करेंगे पाकिस्तान और पाकिस्तान के जेहादियों के द्वारा व अन्य जेहादीयों द्वारा भारत के मुसलमानों से कहा जाएगा 21 कानून को लागू करने में रामसजीवन भारतीया की सहायता करो यह कानून हमारी जरुरत है 21 कानून भारत पर फतह का एक पुख्ता जरिया है इसे छोडो मत
       लेकिन पकिस्तान अपने राष्ट्र में 21 कानून लागू करने का प्रयास नहीं करेंगे लेकिन वहां की जनता इस कानून की अहमियत को जानेगी तब वहां की जनता पाकिस्तान में 21 कानून लागू करने का पुरजोर कोशिश करेंगे इसके साथ बलूचिस्तान के नागरिक जो की पाकिस्तान के ज्यादातियों से परेशान है यह क़ानून अध्यात्मिक दृष्टी के अत्याचार से निजात दिलाता है अतः बलूचिस्तान भी 21 कानून लागू करवाना चाहेंगे
       भारत को उनके इन विचारों से डरने की आवश्यकता नहीं है हम सभी दूध पीते बच्चे हैं संसार में आकार से निराकार का अस्तित्व रहेगा यह बेसिक माडल है इसे मिटाना परेशानी मोल लेना है

अध्यात्मिक गुरुओं ने सत्यापित किया ईश्वर अल्लाह भगवान् की शक्ति कमजोर है

      आपने अपने निजी स्वार्थ को जैसे प्रसिध्धि मान सम्मान ऐश्वर्य शासन लक्ष्य किसी लोभवश धर्म विस्तार करने हेतु लोगों की भावना को उकसाया उन्हें प्रेरित किया जिसके कारन राष्ट्र में अशांति फैला लोगों के जान जाने की संभावना बनी अथवा भय का वातावरण निर्मित हुआ आपके कामों से सत्यापित हुआ ईश्वर अल्लाह भगवान् परमात्मा अपने सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध नहीं करवा सकते अपनी तरफ आने हेतु प्रेरित नहीं कर सकते इस कार्य हेतु उग्र आचरण योध्धा हत्यारे खून बहाने वाले समूहों की बलपूर्वक बातें मनवाने वाले की आपकी आवश्यकता होती है आप लोग सृजन कर्ता की शक्तियों से अधिक बलवान हैं सृजन कर्ता मनुष्य का निर्माण कर सकते हैं लेकिन भोजन बना सकते है बिना नुक्सान पहुंचाए शरीर के प्रत्येक अंगों का पालन पोषण कर सकते हैं जिसमें बुध्धि स्मृति तर्क निर्णय शक्ति शामिल है
      अतः आपके द्वारा उन लोगों हेतु धन जमीन भोजन की अन्य आवश्यक वस्तुओं की ब्यवस्था भी किया जाएगा अतः आपके द्वारा सत्यापित दृश्य अनुसार सृजनकर्ता की शक्ति कमजोर है इसके अनुसार देश की सरकार न्यायपालिका द्वारा धर्मगुरुओं उपदेशको लोभी उग्र जुनूनी हठधर्मी लक्ष्यधारी धर्म प्रचारकों विस्तार वादियों आपके अधीन धन सम्पदा अपने कब्जे में लेकर जीतनी धन राशी सरकार ने आपके कथन का अनुशरण करने वाले अथवा आपको सुनने वाले हैं उन पर खर्च की है वह धन राशी सरकार न्यायपालिका द्वारा अपने पास रख ली जायेगी बची धन सम्पदा आपको सुनने वालों में बाँट दिया जाएगा यदि सरकार द्वारा खर्च की गई राशि अधिक है तब वह बढ़ी हुई राशी आपसे वसूल किया जाएगा सभी धर्म गुरुओं हेतु यही नियम लागु होगा

भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनवाया कानून समझ नहीं आया

      डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा कानून बनवाया गया शोषण पर प्रतिबन्ध लगाया उसके बाद भी आप लोगों को समझ नहीं आया ईश्वर भगवान का धर्मग्रन्थ बता बता कर शोषित लोगों का डिप्रेस लोगों का शोषण नहीं करना है लेकिन नहीं माने आप लोगों के द्वारा अब भी प्रयास जारी है अब बोलो क्या कहना है अब तो 21 कानून लाया गया है दूसरी तरफ मुसलमान कहता है दुनियां में अल्लाह के शिवा किसी और की इबादत हराम है और वह ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य का कत्ल करता रहा इसका इतिहास देख लें दूसरी तरफ ब्राम्हण क्षत्रिय वैश्य शुद्र बताकर शुद्र का कत्ल करता रहा दोष दोनों में है
      जिसे आप धर्मग्रन्थ कहते हैं आपके उस धर्मग्रन्थ का पहला पन्ना सन्देश देगा ब्राम्हण क्षत्रिय वैश्य द्वारा स्थापित व घोषित किये गए शुद्र की शक्तियों का उनकी सेवा शक्तियों का उनकी अधिकार की संपत्तियों का उपयोग नहीं किया जाएगा ब्राम्हण क्षत्रिय वैश्य शुद्र श्रेणी के कार्य स्वयं करेंगे
      उनके पहले पन्ने में उपरोक्त शब्द लिखे जाने के जिम्मेदार कौन है उपरोक्त शब्द लिखे जाने का जिम्मेदार इस श्रेणी के लोग हैं जिस तरह से किसी ब्यक्ति को जेल भेजा जाता है इसका जिम्मेदार न्यायाधीश नहीं हैं उसी तरह से आपके धर्मग्रन्थ के पहला पन्ना में उपरोक्त शब्द लिखने का जिम्मेदार आप क्षत्रिय वैश्य ब्राम्हण के बुरे कर्म हैं ईश्वर के पक्ष का ग्रन्थ बताकर मनुष्यों का आपने शोषण किया है

प्रश्न शैतान किस पक्ष में सक्रिय है

      आप कहते हैं भारत पाकिस्तान से डर गया इस लिए कानून लेकर आया है यह कथन सही नहीं है इस कानून को रामसजीवन लेकर आया है भारत को ज्ञात ही नहीं ऐसा कानून किसी के द्वारा लिखा जा रहा है अतः भारत के डरने का प्रश्न नहीं है क्या रामसजीवन आप मुसलामानों से पाकिस्तान से डर गया तो ठीक है ????? आप अध्यात्मिक ब्यक्तियों का कहना है दुनियां में शैतानी शक्तियों के कारण अशांत वातावरण है अतः प्रश्न शैतान किस पक्ष में सक्रिय है जनता के पक्ष में अथवा धर्मगुरुओं के पक्ष में सक्रिय है धर्मगुरुओं द्वारा धर्मग्रन्थ का गलत उपयोग करने के कारण शासक द्वारा सत्ता का गलत उपयोग करने के कारण भी देश में अशांत वातावरण हो सकता है
भारत देश को यह भय सता सकता है की कानून की कुछ लाइने मुसलमानों के पक्ष में है और इन कानून लाइनों की मदद से वह भारत को मुस्लिम राष्ट्र बना सकता है मै यह मानता हूँ ऐसा प्रतीत होता है लेकिन ऐसा नहीं होगा यह निर्भर करता है की लोगों में ज्ञान जागरूकता कितनी है यदि ज्ञान जागरूकता में कमी आई तब ऐसा अवश्य हो जाएगा इसका प्रमाण संसार में अनेक है जैसे मुस्लिम धर्म मनुवादी धर्म इन्होंने कई नामों को समस्त संसार निर्माता के स्थान पर स्थापित कर दिया है इन सबके द्वारा कहा जाता है यही समस्त संसार के निर्माता हैं सृजन कर्ता हैं बनाने वाले हैं यदि भारत को नुकसान पहुँचाया गया तब पाकिस्तान भी नहीं बचेगा उपरवाले के हवाले से राज करने वाले चैन से नहीं रहेंगे मनुवादी भी चैन से नहीं रहेंगे
राष्ट्र में निराकार से आकार का बेसिक माडल इस माडल को नुकसान नहीं पहुँचा सकते देश में बड़े संसार सृजन के उपासक से लेकर छोटे संसार उपासक से परेशानी नहीं है परेशानी किसी विषय वस्तु के दुरूपयोग से है गलत दुरूपयोग से है
नोट बंदी नोटों का दुरूपयोग हुआ नोट बंदी हुआ पुनः नोटों दुरूपयोग हुआ पुनः नोटबंदी हुआ इसी तरह मेरी समझ अनुसार धर्मग्रन्थ एक इसका दुरूपयोग हुआ धर्मग्रन्थ बंदी दूसरा धर्मग्रन्थ बंदी तीसरा धर्मग्रन्थ बंदी चौथा धर्मग्रन्थ बंदी अब 21 कानून से कम्प्लीट धर्मग्रन्थ दुरूपयोग बंदी

सत्य और आवश्यकता को कोई हानि नहीं पहुंचाएगा मेरे मजहब को कोई हानि नहीं पहुंचाएगा अन्यथा अंजाम सही नहीं होगा महोदय आप भी किसी दूसरे के मजहब को कोई हानि नहीं पहुंचाएंगे तत्व गुण परिवर्तन स्पेस का नियम है लेकिन बिना शर्त और आवश्यकता के नहीं है


 क्या आप औरत बनेंगे 

           आप अपने इस्लाम के लिए अपनी जान भी दे सकते है जो इस्लाम काबुल नहीं करेंगे आप उनका क़त्ल कर देने की बात कहते हैं जो अल्लाह की इबादत नहीं करेंगे आप उनका क़त्ल करने की बात कहते हैं और अपनी जान भी देने की बात कहते हैं अपने जिस्म का सारा खून भी बहाने की बात कहते हैं इसकी राह पर उनके राह पर चलने के लिए खून का एक एक कतरा भी बहा देने की बात कहते हैं
           आप से प्रश्न अगर अल्लाह ने आप से कहा आपने इतने सारे लोगों का खून बहाया है क़त्ल किया है तक है मैंने कहा था की जो मेरी नहीं करेंगे आप उनका क़त्ल कर दो आपने क़त्ल कर दिया अब आप से मैं कहता हूँ की जितने लोगों का आपने क़त्ल किया है लोगों को आप अपनी कोख से पैदा करेंगे उनका पालन पोषण करेंगे आप तैयार हैं आप जानते हैं दुनिया में बहुत से औरतें हैं
          दूसरा सबसे सरल तरीका है जितने काफिर लोग हैं धरती पर हैं उन सारे लोगों को आप अपनी कोख से पैदा करेंगे इस तरह से बहुत ही सरल तरीका से धरती पर इस्लाम फ़ैल जायेगा और किसी का क़त्ल भी नहीं करना होगा

सभी मजहब के लोगों को केवल कानून चुनना है

          आपको धर्मग्रन्थ और 21 कानून में से एक को चुनना है
        अगर आप सब ने कानून चुना तो धर्मग्रन्थ अपने आप आपको मिल जायेगा धर्मग्रन्थ आपके हाथ में होगा लेकिन अगर आपने धर्मग्रन्थ चुना तो आपके हाथ से धर्मग्रन्थ अपने आप छीन जायेगा
          यदि आपने धर्मग्रन्थ चुना तो यही 21 कानून आपको जमीं के नीचे दफ़न कर देगा बिना किसी के दफ़न किये दफ़न हो जाओगे यदि आप सब ने 21 कानून चुना तब धरती पर सभी धर्म के लोग मुस्कायेंगे क्योकि आपके हाथ में धर्मग्रन्थ होगा
       आपका पाकिस्तान भी चाहेगा यह कानून भारत में लागु हो अब आप बतायें पाकिस्तान के जेहादी कहाँ जाओगे जब पाकिस्तान के नागरिक आप भ्रष्ट जेहादियों के कान को खीचेंगे थप्पड़ लगाएंगे तब कहाँ जाओगे अतः भारत के न्यायालय और सरकार के लोगों को धमकी देने की कोशिश आपको महंगा पड़ेगा
          यह कानून पाकिस्तान के नागरिक के लिए भी है आप कहोगे यह काफिर के द्वारा लाया गया कानून है लेकिन पाकिस्तानी समझेंगे काफिर कौन हैं और यह कानून किसके लिए है जब वे जानेंगे यह कानून धरती के इंसानों के लिए है और सूअर पालने वाले का मतलब समझेगा क्या है तब कानून जरूर अपनाएंगे
         सूअर कौन बनाता है इसका उत्तर क्या है गधा घोडा ऊंट हाथी बैल बकरी सियार बिल्ली इंसान मनुष्य पेड़ पौधे पशु पक्क्षी कौन बनाता है काफिर कौन बनाया इनका उत्तर क्या दोगे 
          मैं सूअर पालने वाले परिवार में पैदा हुआ और यह 21 कानून सूअर पालने वाले परिवार में जन्मे इंसान मनुष्य के हाथ में है हम सूअर पालते हैं और सूअर गन्दगी खाता है और हम सूअर खा जाते हैं इसका मतलब इंसान मनुश्य भी बहुत गंदे घिनौनी काम करता  उनके द्वारा फैलाई गन्दगी कौन साफ़ करेगा
         उनके द्वारा फैलाई गन्दगी को यह कानून साफ़ करवाएगा यह गंदे गलत काम करने वालों को समझायेगा यह जगत दुनियां बनाने वाले का सन्देश है आप कानून को देख लो इससे मिलने वाले परिणाम को देख लो
प्रथम जीवित शक्ति ने शुन्य को जीवित किया उन्हें जीना सिखाया उस जीवित को दिखाया इसे शुन्य कहते हैं शुन्य ने नहीं कहाँ मुझे जीवित करो

यह कानून मुस्लिम ईसाई मनुवादी के द्वारा लाया जाना था

    यह कानून हिन्दू मुस्लिम ईसाई मनुवादी द्वारा लाया जाना था उनकी तरफ से कहा जाना धर्मगुरु धर्मोपदेशक प्रचारक अपने कर्मों द्वारा कथनों से मेरे धर्मग्रन्थ का दुरूपयोग नहीं करेंगे करेंगे मेरे सम्मान को हानि नहीं पहुंचाएंगे
     लेकिन यह कानून एक पासी सूअर पालने वाले परिवार लाया गया है ऐसा क्या हुआ ये समस्त संसार सृजन करता के भक्त बन्दे उपासक हैं लेकिन एक सूअर पलने वाले परिवार में जन्मे इंसान मनुष्य को यह कानून मिला संसार में बहुत सारे लोग प्रार्थना करते हैं इबादत करते है कोई रास्ता निकालो इन लोगों के जुल्मों सितम से बचालो कोई ऐसा रास्ता बता दो इन विवादों को समाप्त कर सकूँ लेकिन उन्हें यह कानून नहीं मिला एक सूअर पालने वाले को यह कानून उसे मिला जो फिल्मों में जाना चाहता था लेकिन आज तक फिल्मों में नहीं जा सका सीधा सुप्रीम कोर्ट लाने से रोक सकते थे पहुँच गया एक छोटी सी जरुरत अल्लाह परमात्मा भगवन यहोवा ईश्वर पूरी करके इस कानून को राष्ट्रीय मंच पर लाने से रोक सकते थे लेकिन कोई भी शक्ति चाहे वह अल्लाह के अधीन हो परमात्मा के भगवान ईश्वर यहोवा के अधीन की शक्ति हो किसी ने काम से काम दो फिल्म बनवा देते अथवा बुद्धि नाशक को रोक लेते तब भी यह कानून शायद राष्ट्रीय मंच पर नहीं आता क्या सन्देश हो सकता है काया यह सन्देश की एक सूअर पालने वाला सूअर पलटा है और सूअर गन्दगी खाता है और सूअर पालने वाला सूअर खा जाता है मैंने तो सूअर को पालने वाला हूँ सूअर बनाने वाला नहीं बनाने वाला वह है जिसने रचना की है आप सभी धर्म उपदेशक प्रचारक आध्यात्मिक ब्यक्ति मेरा नाम लेकर कितने अत्याचार अपराध गुनाह कार्य करते इस गन्दगी को कौन साफ़ करेंगे इसका उत्तर है यह २१ या २५ कानून यह आप धर्म गुरु उपदेशक प्रचारक आध्यात्मिक ब्यक्ति के दोषों को न्यायालय अधीन पुलिस के द्वारा दूर किया जाएगा बिना कानून बिना पुलिस के उपस्थिति के आप लोग अपने दोषो को दूर नहीं कर पाएंगे आप सभी जब भी पुलिस को देखेंगे तब याद आएगा २१ या २५ कानून और आप संभल जाएंगे

आप लोग आकार वालों की हत्या की बात करते हो 

आप लोग आकर वाले की हत्या की बात करते हो अब आप सारे लोग यह बताएं आकार वालों की सुरक्षा कौन करेगा  आप सारे लोग निराकार की इबादत स्तुति करते करते निराकार हो जाओगे तब आकार की रचना कौन करेंगे आप भ्रष्ट धर्मगुरु गुरु उपदेशक बताये आप किसी को बना नहीं सकते केवल संभोग के माध्यम से जीव को पैदा करवा सकते हैं लेकिन बाँझ औरत मिलमिल जाए तब काया करेंगे अगर खुदा भगवान परमात्मा ने कहा जीवन को मैंने बनाया आप सब ने हत्या की अब आप लोग लोग मनुष्य इंसान देवता फ़रिश्ते जीवन को अपनी कोख से पैदा करेंगे आपका उत्तर काया होगा 
      लोग कहेंगे हिंदुस्तान खतरे में है आप बताएं आकार उपासक की हत्या कर करने वालों ने आकार उपासक की हत्या कर दी अब आकार सृजन कर्ता ने देखा निराकार उपासकों ने आकार उपासक की हत्या कर दी अतः अब मैं आकार की रचना नहीं करूँगा
       अब जितने आकार उपाशक थे उनकी आत्माएं शरीर से हार निकल कर सभी निराकार उपासक से कहेंगी निराकार उपाशक आप सब ने हम सभी आकार उपाशक की हत्या कर दी है अतः आप सभी आकार की जीवन से प्रेम नहीं करेंगे आकार जीवन का सुख दुःख नहीं भोगेंगे आकार सृजन करता द्वारा सृजित वास्तु का सेवन नहीं करेंगे हाथ नहीं लगाएंगे और न ही निराकार से आकार की रचना की बात कहेंगे आकार की रचना नहीं करवाएंगे अन्यथा हम आपका टेटुआ दबाके मार डालेंगे क्यों की आपने हम आकार उपासक का टेटुआ दबा के मार डाला क़त्ल कर दिया गोली मारकर हत्या कर दी 
        अब आप लोग आकार सृजन करता की वस्तु को हाथ लगाया तो हम सभी संसारी शरीर रहित आत्माएं आपका टेटुआ दबा देंगे मार डालेंगे क़त्ल कर देंगे गोली मारवा कर हत्या करवा देंगे याद रख्खो

देश में धर्म ग्रन्थ पर वार्ता नहीं होगी

     जब तक देश में कानून नहीं बन जाता तब तक धर्मग्रन्थ पर वार्ता नहीं होगी और कानून लागू होने के बाद पांच साल तक धर्मग्रन्थ की कथनों पर वार्ता नहीं होगी ऐसी वार्ता नहीं होगी जिसके कारण विवाद उत्पन्न हो

क्या लेकर आये हो क्या लेकर जाओगे 

         
आप काम नहीं कर पाए क्यों  काया करें शरीर की बुद्धि का कोई अंग या किसी ने कहा क्या लेकर आये हो क्या लेकर जाओगे इसका उत्तर नहीं दे पाया दूसरी बात यह कहते काया भोजन लेकर आये थे उत्तर होता नहीं तब आपको कह देना था भोजन नहीं मिलेगा 
 इस जगत से इस शरीर से निकल जाते अब संसारी शक्ति क्या कहेगी आओ हम आपको शरीर धारण करवाते हैं तब मैं कहता धन्यवाद मैंने पहले शरीर धारण किया मेरे छह बच्चे हैं मैंने उनका ललन पालन नहीं कर पाया शरीर धारण करने के उपरांत आप कहेंगे आप आत्माओं से भूल हो गयी आप सभी आत्माओं को संसारी जीवन में नहीं आना था बताइये क्या लेकर आये हो क्या लेकर जाओगे अतः मैं कहुंगा  मैं सभी आत्माओं से कहूंगा ससारी शरीर में नहीं जाना नहीं तो फिर पूछा जाएगा क्या लेकर आये हो क्या लेकर जाओगे आप अपने कारन जन्में बच्चों का लालन पालन नहीं कर पाओगे मेरे बच्चे शिकायत करते हैं ऐसा पिता ऐसा बेटा ऐसा भाई ऐसा पति नहीं होना चाहिए 

पासी की सरकारी लाठी

 
हम तो पासी है सूअर पालने  वाले 
सूअर गन्दगी कहते है हम सूअर खा जाते  है 
हम सूअर लेकर कहाँ जाएँ 
मंदिर मस्जिद बताइये न्यायालय सरकार कहाँ जाएँ 
किस तरफ जाएँ मुस्लिम की तरफ जाएँ अथवा मनुवादी की तरफ 
प्रश्न सूअर को किसने बनाया अल्लाह ने भगवान् ने 
मैं कहाँ जाऊं मस्जिद अथवा मंदिर जाऊं 
पासी को मान्यता प्राप्त सरकारी लाठी चाहिए 
       जब भी किसी आध्यात्मिक ब्यक्ति द्वारा किसी भी गाँव शहर में अशांति फैलाई जायेगी तब पासी को यह अधिकार होगा उसके पास तीन बार आने वाले नागरिक की समस्या को हल करे चाहे पुलिस की लापवाही हो चाहे आध्यात्मिक ब्यक्ति की दबंगई हो पासी उनके गाल पर थप्पड़ मारे अथवा उनके पीठ पर उनके पिछवाड़े पर पांच से बीस लाठी मारे यह कार्य  पुलिस की उपस्थिति में होगी अथवा पुलिस को सूचना देकर किया जाएगा चाहे थानेदार हो एसपी हो डीएसपी हो किसी भी धर्म जाती का ब्यक्ति हो सुअरपालने वाला थाने में घुसकर आवश्यकता अनुसार थप्पड़ अथवा सरकारी पुलिस की लाठी से मारेंगे इन कोई कार्य वही नहीं होगी पासियों की सूअर पालने वाले की जिम्मेदारी होगी किसी भी बब्यक्ति को गांव शहर में दबंगई नहीं करने दे आध्यात्मिक विषयों के दुरुपयोग पर प्रतिबन्ध लगाए इस कार्य हेतु सर्कार इन्हें कोई पारिश्रमिक मूल्य नहीं देंगे ये अपनी परिश्रम की खाएंगे इन्हें केवल अधिकार मान्यता प्राप्त सरकारी लाठी दी जायेगी सृजनकरता पक्ष में खड़ा कोई भी ब्यक्ति हो किसी भी धर्म का हो ब्यक्ति हो उसके गलत आचरण पर सूअर पालने वाला रोक लगाएगा
    सूअर वाले पासी की सरकारी लाठी धरती पर जन्मे गर्भजन्म मनुष्य इंसान द्वारा सृजनकर्ता पक्ष में खड़े भरष्ट आध्यात्मिक समूहों अथवा ब्यक्ति से धरती क्र इंसानों मनुष्यो के अधिकार की सुरक्षा हेतु उपयोग की जायेगी  
    

    इस अप्रिय ब्यवहार के स्थान पर धन उगाही 

प्रश्न यह अधिकार किस धर्म के लोगों को दी जाए हिन्दू मुस्लिम ईसाई अथवा सूअर पालने वाले को दी जाए आप जानते हैं सूअर गन्दगी खाता है और पासी सूअर खा जाता है इस उदहारण से जगत पालने वाले का कौन सा सन्देश मिलता है यह अधिकार किसे मिलाना चाहिए किस धर्म के भक्त बन्दे उपासक इस अधिकार को लेना चाहेंगे अथवा सूअर पालने वाले को देना चाहेंगे 

लाठी मारने की शर्तें

जहाँ पांच लाठी मारनी हो वहां चार लाठी मारेंगे एक लाठी ईश्वर के नाम छोड़ देंगे पांचवी लाठी ईश्वर की लाठी होगी और उनकी लाठी में आवाज नहीं होती जब दस लाठी मारनी हो तब आठ लाठी मारेंगे एक लाठी सबके ईश्वर के नाम एक लाठी जगत पालक के नाम छोड़ देंगे जब पंद्रह लाठी से बीस लाठी मारनी हो तब के करें सोच लें  
  माना कोई पासी सूअर पलने वाला ज्यादती कर जाए ऐसी स्थिति में आप के विशेषज्ञ कहेंगे इन्होने 2 लाठी की जगह 10 अधिक मारी  गयी है  आप बताएं बुद्धिमानों की बड़ी फौज आपके पास है शक्ति है संसाधन है अब आप उपरोक्त सुविधाओं की उपस्थ्ति में देश में प्राप्त परिणाम के बारे में बताएं जैसा परिणाम मिलाना चाहिए वही परिणाम आप देख रहे हैं अथवा उससे निराशा हुई 

देश के प्रति मेरा कर्तब्य पूरा हुआ 

देश के प्रति मेरा कर्तब्य पूरा हुआ अगर लोकसभा के सदस्यों ने कही रामसजीवन तुम्हें जिम्मेदारी निभानी होगी अन्यथा आपको जेल में ठूस देंगे मेरा कथन होगा आपकी कुर्सी खींच ली जायेगी कहूंगा मैं प्रधानमंत्री बनूँगा मेरी घोषणा पत्र में यह लिखा होगा न्यायालय की पूरी सीबीआई आईबी अन्य इंटेलिजेंट टीम व मिलिट्री की जिम्मेदारी होगी मुझे यह परिणाम चाहिए अब आप बताएं आपको क्या चाहिए लोक सभा विधान सभा में सभी सरकारी विभागों में दस प्रतिशत गाइड लाइन अनुसार भ्रष्ट लोग रहेंगे यह दस प्रतिशत ईश्वर का है हम जगत सृष्टा नहीं है सरकारी संपत्ति का पूरा नब्बे प्रतिशत ईमानदारी से योजना हेतु खर्च की जाएगी 

धार्मिक स्थल तोड़े जाएंगे

जिस गांव शहर के लोग किसी धार्मिक स्थल में जाते हैं लेकिंन इनका आचरणश्रेष्ठ मनुष्य व श्रेष्ठ प्राणी की परिभाषा अनिसार सही नहीं रहता उन गांव शहर के धार्मिक स्थल न्यायालय द्वारा तोड़ दिए जाएंगे यह फैसला भ्रष्ट आध्यात्मिक वातावरण में सुधार लाएगा यह निर्देश स्थलों को ब्यापार तनाव और राजनीति का माध्यम बाने नहीं देगा
         धार्मिक स्थल तोड़े जाने के भय से वहां के लोग आध्यात्मिक उपदेशक और श्रोतागण कोई नियम नहीं बनाएंगे जैसे जो श्रेष्ठ आचरण नहीं अपनाएंगे उन्हें दण्ड दिया जाएगा दूसरा यह किसी से नहीं कहेंगे अपना आचरण सही रख्खो नहीं तो आपका हमारा धार्मिक स्थल तोड़ दिया जाएगा
         यह विषय अदृश्य की श्रेणी में आता है इसलिए अदृश्य द्वारा प्राप्त परिणाम अनुसार निर्णय लिया जाएगा इस कार्यवाही से भ्रष्ट आचरण के लोगों द्वारा धार्मिक स्थल नहीं बनवाये जायेंगे धार्मिक स्थल ब्यापार का केंद्र नहीं बनेंगे 
                

मैं भारत का पुलिस हूँ

            भारत में न्यायालय नागरिक द्वारा पुलिस प्रशासन को यह अधिकार दिया जाएगा भ्रष्ट आध्यात्मिक ब्यक्ति को पांच से बीस  लाठी मारे और समझाए अपना आचरण सुधार लो धर्मगुरुओं ध्यान दीजिए जो भ्रष्ट धर्मगुरु हैं वे अपना आचरण सुधर लें यदि आपका आचरण सही नहीं है तब आपको पुलिस की पांच से बीस लाठी पड़ सकता है इसके जिम्मेदार आप आपका आचरण होगा भारत की सरकार न्यायालय जिम्मेदार नहीं होगा 
 
         अब भारत की पुलिस कहेगी जिस धर्मगुरु का आचरण सही नहीं होगा उन्हें मुझसे भयभीत होने की आवश्यकता है मैं आपकी मुसीबत में आपका सहयोग करूँगा लेकिन भ्रष्ट धर्मगुरुओं को मेरी लाठी की मार पड़ेगी पुलिस की लाठी मारने के बाद कहूंगा मैं भारत का पुलिस हूँ और मेरे देश में सृजनकर्ता के नामों का ब्यापार बंद है धर्मग्रन्थ का दुरूपयोग बंद है इन पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है इसके जिम्मेदार आप आपका आचरण होगा आप सृजनकर्ता के पक्ष में खड़े ब्यक्तियों को अपनी मेहनत की कहानी होगी आप कभी झूठ नहीं बोलेंगे छल कपट भ्रष्ट राजनीति नहीं करेंगे अन्यथ पुलिस की लाठी पड़ेगी 
क्या करें जो है सो है सृजनकर्ता है तो है तत्व ब्यवस्थापिका है तो है उन्हें नमस्कार करते हैं
 

ऊपर वाला जब देता देता छप्पर फाड़ के अच्छा बोलो या बुरा

नीचे वाला जब लेता लेता धोती फाड़ के अच्छा बोलो या बुरा 
सुन धर्म उपदेशक पछताया कहा अब तक सब मुफ्त में पाया अच्छा बोलो या बुरा
सृजनकर्ता नाम धर्मग्रन्थ हाथ लेकर बेखौफ ऐय्याशी कर सब गवाया अच्छा बोलो या बुरा 
अब पसीना बहाएंगे हमारी जैसी करनी उसी का फल पाया अच्छा बोलो या बुरा

सृजनकर्ता प्रारम्भ में कितने बड़े थे उनका द्रब्यमान क्या था

अल्लाह ईश्वर भगवान प्राम्भ में कितने बड़े थे उनका द्रब्यमान क्या था प्रारम्भ में उनका नाम क्या था 
क्या एक बार खरीद लेने पर वचन बध्ध होने पर कोई प्राणी अथवा सम्प्पत्ति प्रलय क़यामत तक के लिए हेतु उसका खरीददार वचनहर्ता का दास गुलाम हो जाएगा क्या एक बार इंसान आदमी औरत उसकी संतान खरीद लेने पर वचन बध्ध होने पर उसके और इसकी संतानों द्वारा उपयोग की गई धरती सूर्य सृष्टि की सारी सम्पत्ति खरीददार वचनहर्ता द्वारा खरीद लिया गया संपत्ति का स्वामी बना दिए जाएंगे
प्रश्न संसार व शून्य से ब्रम्हाण्ड में निर्मित मूल सम्पत्ति का स्वामी कौन है सम्पत्ति निर्माता अथवा सृजित रचना या सृजित शरीर अथवा सृजित शरीर का खरीददार वचनहर्ता इस प्रश्न का उत्तर क्या है   

कुरान की आयत को जो गलत कहेगा उसका क़त्ल कर दो  

यह कथन कितने बड़े स्पेस जीवित अंतरिक्ष सृजनकर्ता के बारे में कही गयी है किसके पक्ष में फरमान आदेश जारी क्या गया है कब आदेश फरमान जारी किया गया किस शक्तियों द्वारा सृजनकर्ता अथवा ब्यवस्थापिका द्वारा किन लोगों के द्वारा कितने लोगों के लिए किस प्रकार के कार्य करने वाली शक्तियों के लिए किस द्रब्यमान की आकर निराकार सृजित शक्तियों हेतु जारी किया गया

प्रश्न फरमान जारी करने का आरोप किसके ऊपर लगाया गया है समस्त संसार धारण पालन कर्ता आकाशगंगा धारण पालन कर्ता सौरमंडल धारण पालन कर्ता के ऊपर कहने का आरोप लगाया गया है फरमान जारी करने का आरोप किसके ऊपर लगाया गयाजिसने शून्य को जीवित किया जगत का सृजन करके धारण पोषण करने वाले के उनके ऊपर अथवा जिसने शासन करना चाहा उनके द्वारा अथवा भटककर सम्पत्ति करता रहा हो अथवा ज्ञान शक्ति की परीक्षा लेने हेतु कही गयी है माना विषय को समझने में भूल कर दी तब उसे समझने हेतु वैज्ञानिक साक्ष्य प्रत्यक्ष उदहारण द्वारा शंका समाधान किया जाना चाहिए वह भी भोजन निवास की सुविधा बिलकुल मुफ्त में देकर शंका समाधान किया जाना चाहिए समस्त संसार सृष्टा के दूत उपासक कथन असत्य कहने पर मृत्यु देने का उपदेश देकर किस पक्ष की शक्ति उनके गुणशक्ति को अपमानित किया है कुरान आयत को जो गलत कहेगा उसका क़त्ल कर दो   
 

देश में न्यायालय टीम के कार्य

एक काल्पनिक कथा

एक तालाब में बहुत सारी मछलियां उत्पात मचा रही हैं अन्य मछलियों को परेशानी हो रही है अब न्यायपालिका के कार्य गाँव के लोगों ने कहा उपरोक्त मछलियां उत्पात मचा रही है कोई एक आदमी तालाब में हलचल मचाये तब ये मछलियां कुडेंगी बाकी अन्य आदमी उन्हें पकड़ लें और पास के तालाब में छोड़ दें वहां जब मेहनत करेंगी तब खाने को मिलेगा 
यही कार्य न्यायालय उनकी टीम को करना है 1 प्रथम एक भी पत्नी नहीं होगी दूसरा सिर्फ एक पत्नी होगी 2 मांस का सेवन नहीं करेंगे यह दो लाइन भ्रष्ट मुस्लिम को अवसर देता है उपरोक्त क़ानून को रोकने हेतु तब तक मुद्दा बनाओ प्रदर्शन करो जब तक हमें दान उपहार चंदा चढ़ावा मिलाने का कोई उपाय ना मिल जाए 
  मेरे द्वारा उचित हलचल मचा दिया गया है अब न्यायालय को अपनी टीम की मदद से अपने राष्ट्र में भ्रष्ट धर्मगुरुओं को पहचान कर कारवाही करना है इस हलचल का लाभ उठाना चाहिए      
यह किसका अपमान है सारे संसार बनाने वाली शक्ति जिसका कोई छोर नहीं है उन्होंने चार ओरतों से निकाह  निकाह की अनुमति दी है विज्ञान ने कहा एलियन भटक गए उन्हें भविष्य में जाना था मेरा कथन अल्लाह ने चार औरत से निकाह की अनुमति दी है तब किसी भी सभ्यता को दूसरी सभयता से सम्पर्क करने में अधिक समय नहीं लगेगा अगर अल्लाह ने चार औरतों से निकाह की बात नहीं कही है तो किसी भी सभ्यता को दूसरी सभ्यता से सम्पर्क करने में अधिक समय लगेगा अगर अल्लाह चार औरत से निकाह की बात कही है तब विज्ञान गलत है अगर अल्लाह चार औरत से निकाह की बात नहीं कही है तब विज्ञान सही है
हमने समझौता बस भेजा समझौता उन्होंने नहीं किया
जख्म दिया सन्देश मिला समझौता उन्होंने नहीं किया
हमारी पुलिस भी सर्कार भी अड़ा होगा
संसार सृजन कर्ता के पक्ष में जब जब कोई भोगी खड़ा होगा
नागरिक के सामने अड़ा होगा देखना पुलिस भी पीछे खड़ा होग
कहेगा पुलिस सच सदा कहना अन्यथा न्यायालय में खड़ा होगा
मेहनत करके खाना बाहुबल से अन्यथ हॉस्पिटल में पड़ा होग
समझौता उन्हें पसंद नहीं सीखा है हमने भी समझौता नहीं किया
अब बढ़ देखना हर राह तेरे 25 कानून लिए भारत पुलिस खड़ा होग
जननी जन्म भूमिष्च स्वर्गादपि गरिष्याशी

विवादित प्रश्न पूछने पर प्रतिबन्ध लगाईं जाय
क्या आप शिव को मानते हैं
क्या आप भगवान को मानते हैं
क्या आप ईश्वर को मानते हैं
क्या आप परमात्मा को मानते हैं
क्या आप देवी को मानते हैं
क्या आप ब्रम्हा को मानते हैं
क्या आप अल्लाह को मानते हैं
यह सभी प्रश्न विवादित प्रश्न है

यह विवादित प्रश्न नहीं है
क्या आप संसार बनाने वाले को मानते हैं ( संसार का मतलब )
क्या आप संसार सृजनकर्ता को मानते हैं ( सृजनकर्ता का मतलब )
क्या आप कायनात बनाने वाले को मानते हैं ( कायनात का मतलब )
क्या आप दुनियाँ बनाने वाले को मानते हैं ( दुनियाँ का मतलब )
क्या आप सृष्टि बनाने वाले मानते हैं (सृष्टि का मतलब )
उत्तर है हाँ

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