यह ब्लाग रफकार्य टाइमपास हेतु परिकल्पना पर आधारित लेख लिखा है आप अपनी जिम्मेदारी पर पढ़ेंगे। आपकी भावना आहत हो सकती है। भारत श्रेष्ठ आध्यात्मिक राष्ट्र होगा तीन और पच्चीस लागू कानून करें देखना मुफ्तवादी ब्राम्हण मौलाना फादर देश छोड़कर भाग जायेंगे।
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गुरुवार, 15 अक्तूबर 2020
गुरुवार, 30 जुलाई 2020
आत्मा-परमात्मा का रहस्य अजन्मा का रहस्य
10-02-2020 |
हे भगवान नमस्ते क्या-क्या करवाते हो
भगवान के सृजन-कर्ता नमस्ते
रविवार, 16 फ़रवरी 2020
ईश्वर का ब्यापार बंद करो
ॐ मातृशक्ति
राष्ट्र में हिन्दू मुस्लिम सिख्ख इसाई विवाद समाप्ति हेतु सुझाव
( इस कानून के लागु होने से कोई धर्म गुरु आपसे किसी भी विषय पर झूठ नहीं कह सकते झूठ कहने पर सजा होगी इस तरह देश में अध्यात्मिक अशांति समाप्त होगा )
देश में आध्यात्मिक शांति स्थापना हेतु ईश्वर के नामों का ब्यापार-धर्मग्रन्थ का दुरुपयोग बंद करने हेतु समस्त संसार की राह पर चलने वालों के लिए भारतीय कानून पूरा पढ़िये
बुधवार, 9 अक्तूबर 2019
भारत की कहानी विदेशी आर्य (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य ) और मूलनिवासी
भारत की कहानी
विदेशी आर्य(ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )और मूलनिवासी
रविवार, 15 सितंबर 2019
यह वेबसाइट भ्रस्टाचार पर प्रतिबन्ध लगाएगा
गुरुवार, 12 सितंबर 2019
देश के मंत्रीयों की टीम कब तक देश को समर्पित करतें हैं
अफ़गानिस्तान के तालिबान शासकों ने सभी महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर सिर से पैर तक ढकने का आदेश दिया
द्वाराएपी 7 मई 2022, 4:27 अपराह्न
सोमवार, 25 अप्रैल, 2022 को अफ़गानिस्तान के काबुल में एक अफ़गान महिला सऊदी मानवीय सहायता समूह द्वारा वितरित खाद्य राशन प्राप्त करने की प्रतीक्षा करती है। (एपी फोटो/इब्राहिम नोरूज़ी) |
इस आदेश में महिलाओं को केवल अपनी आंखें दिखाने तथा सिर से पैर तक बुर्का पहनने की सलाह दी गई है। इस आदेश से 1996 से 2001 के बीच तालिबान के पिछले शासन के दौरान महिलाओं पर लगाए गए समान प्रतिबंध उजागर हुए थे।
तालिबान के बुराई और सदाचार मंत्रालय के कार्यवाहक मंत्री खालिद हनफी ने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारी बहनें सम्मान और सुरक्षा के साथ रहें।"
तालिबान ने पहले छठी कक्षा से ऊपर की लड़कियों के लिए स्कूल फिर से न खोलने का फैसला किया था, जो कि अपने पहले के वादे से मुकरने और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को और अधिक अलग-थलग करने की कीमत पर अपने कट्टरपंथी आधार को खुश करने का विकल्प था।
इस निर्णय से तालिबान द्वारा संभावित अंतर्राष्ट्रीय दाताओं से मान्यता प्राप्त करने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है, वह भी ऐसे समय में जब देश एक बिगड़ते मानवीय संकट में फंसा हुआ है।
उप एवं पुण्य मंत्रालय के एक अधिकारी शिर मोहम्मद ने एक बयान में कहा, "सभी प्रतिष्ठित अफगान महिलाओं के लिए हिजाब पहनना आवश्यक है और सबसे अच्छा हिजाब चदोरी (सिर से पैर तक बुर्का) है, जो हमारी परंपरा का हिस्सा है और सम्मानजनक है।"
3 मई, 2022 को अफ़गानिस्तान के काबुल शहर में एक अफ़गान महिला पुराने बाज़ार से गुज़रती हुई, जबकि एक तालिबान लड़ाका पहरा दे रहा है। (एपी फ़ोटो/इब्राहिम नोरोज़ी) |
आदेश में यह भी कहा गया कि यदि महिलाओं को बाहर कोई महत्वपूर्ण काम न हो तो उनके लिए घर पर रहना बेहतर है।
हनाफी ने कहा, "इस्लामी सिद्धांत और इस्लामी विचारधारा हमारे लिए किसी भी चीज़ से अधिक महत्वपूर्ण हैं।"
तालिबान को 2001 में अलकायदा नेता ओसामा बिन लादेन को शरण देने के कारण अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा हटा दिया गया था, तथा पिछले वर्ष अमेरिका के अराजक प्रस्थान के बाद वे पुनः सत्ता में आ गए।
कई अफगानों को यह जानकर गुस्सा आ रहा है कि सिराजुद्दीन हक्कानी जैसे युवा पीढ़ी के कई तालिबानी अपनी लड़कियों को पाकिस्तान में शिक्षा दे रहे हैं, जबकि अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद से ही महिलाओं और लड़कियों को उनके दमनकारी फतवों का निशाना बनाया जा रहा है।
हाशमी ने कहा कि धार्मिक रूप से प्रेरित तालिबान प्रशासन को डर है कि छठी कक्षा से आगे लड़कियों का नामांकन करने से उनका ग्रामीण आधार अलग-थलग पड़ सकता है।
राजधानी काबुल में निजी स्कूल और विश्वविद्यालय निर्बाध रूप से संचालित हो रहे हैं।
रविवार, 8 सितंबर 2019
आत्मा की खोज किसने की
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घर होम होम घर
कौन सा हमारा घर अपना है
पूरा पढ़िये
गुरुवार, 5 सितंबर 2019
आप जुर्माना लेने के बजाय आन द स्पॉट लाइसेंस और और इन्सुरेंस के पेपर बनाने की ब्यवस्था करें
जुर्माना लेने के बजाय आन द स्पॉट लाइसेंस और और इन्सुरेंस के पेपर बनाने की ब्यवस्था करें
10 ग्राम से 100 का सामान लेना क्या यह पैमाना सही है।
प्रार्थी
राम सजीवन भारतिया Visit RAMDEEN
मंगलवार, 3 सितंबर 2019
मिस्टर बाजवा मेरा सन्देश आप तक पहुँचा
पाकिस्तान अपना देश बचा लो
माननीय इमरान खाँन साहब
चिंता छोड़िये काम कीजिये
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एक लोकतान्त्रिक ब्यवस्था के अंतर्गत निश्चिंत होकर राष्ट्र का विकास करें आपका राष्ट्र तख्ता पलट की कई घटनाएं देख चुका है इनके बुरे परिणाम से आप भलीभांति परिचित हो चुकें हैं आप से गुजारिश करता हूँ तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करें लोकतान्त्रिक ब्यवस्था को स्थापित करें
यह मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं है
आपको एक तरीका बताता हूँ यह तरीका कारगर साबित होगा
आप लोकसभा में एक कानून पास करा लें जिसके अनुसार राज्य में अथवा राष्ट्र में आपात स्थिति होने पर देश में नियुक्त राष्ट्रपति ही विधानसभा या लोकसभा भंग करके राष्ट्रपति शासन लगा सकतें हैं अथवा लोकसभा विधानसभा के कहने पर राष्ट्रपति शासन लागू होगा यह शासन भी देश में नियुक्त राष्ट्रपति के अधीन होगा
राष्ट्र में कभी भी आर्मी या आर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज नहीं हो सकता यह अपराध माना जायेगा जिसकी सजा मिलेगी।मुझे यकीन है यह कानून आपके राष्ट्र में जरूर होगा लेकिन आपके राष्ट्र में परिणाम नजर नहीं आया इसलिए ये बातें कहीं मेरा यह सोचना क्या सही है।
वर्तमान कानून संसोधन कीजिये अगर आर्मी याआर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज होता है तब राष्ट्र की लोकसभा कानून के अनुसार पुलिस को पुलिस अफसरान को पूरा अधिकार होगा वह आर्मी को आर्मी अफसर को गिरफ्तार करके जेल में डाल दें आर्मी द्वारा बल या गोली का उपयोग किये जाने पर पुलिस को अधिकार होगा वह भी हालत अनुसार कार्यवाही करें इसके बाद न्यायपालिका की सहायता से या उच्चस्तरीय बैठक करनिर्णय लिया जाये कौन सा शासन लागु होगा राष्ट्रपति शासन या लोकतान्त्रिक शासन। माननीय इमरान खाँन साहब
इस कानून के बन जाने पर आपके राष्ट्र में तख्ता पलट की कार्यवाही रुक जाएगी मुझे पूरा विश्वास है यह कानून आपके लोकसभा में बहुत जल्दी पास जायेगा आवाम का साथ मिलेगा पाकिस्तान की अवाम बहुत परेशान है खाँन साहब विकास के रास्ते का बाधा हटाने का काम करें जैसाकि इंडिया में हुआ देश में सबके पास बैंक खाता है अब सरकार आवाम के पैसे सीधे उनके बैंकखाता में भेज देता है खाँन साहब सड़कें बिजली गांव गांव तक पहुचायें रेललाइनें बिछाएं।
खाँन साहब खुदा जब चाहे दुनियावी जिंदगी तबाह कर दें यह दुनियां इंसानों का इंतहान है जो पास कर गया वो पास हो गया आप पूरी तरह से जबर दस्ती नहीं कर सकते। आप इंसानों से जबरदस्ती कर सकते हैं लेकिन उसके भीतर के गुणों को बदल नहीं सकते आप दुनियां का इतिहास देख लें, मुझे अधिक कहने की जरुरत नहीं होगी। इतिहास की बातें हमें याद रखना होगा , उनसे सबक लेना होगा।
आप सबका शुभ चिंतक
शुक्रिया
सूरज के झुक जानें पर वो चाँद नहीं बन जायेगा
जमीं पर आग लगा देने पर वो सूरज नहीं बन जायेगा
इमरान खाँन साहब जिहाद का गलत इस्तेमाल करने वालों से निजात पाने का आसान तरीका अपना लीजिये फिर देखिये कुरआन का हवाला देकर सरकार और मिलिट्री को मजबूर करने वाले मैदान छोड़कर कैसे भाग जायेंगे आपको यकीन नहीं होगा जनाब जान देने की बात कहना और जान देना दो अलग बातें हैं लेकिन ईमान देना दूसरी बात है आप जानते हैं इस्लाम को बहुत से लोगों नें मजाक बना दिया है इससे आपका मुल्क बहुत परेशान हो रहा है आपको इससे निजात पाना होगा
पाकिस्तान में ये कानून लागू कर दीजिये जो इंसान या मौलाना ऐलानिया मजहबी कानून की बात कहता है और जितने कानून की सख्ती से अमल में लाने की बात कहता है उन्ही कानून को वह इंसान सबसे पहले अमल में लाएगा उसका परिवार अमल में लाएगा कम से कम १० साल तक उसके बाद ऐलानिया बहुत ऊँची आवाज में मजहबी कानून की बात कहेगा इससे पहले ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहबी कानून की बात नहीं कहेगा ,साल के बाद भी मजहबी कानून को अमल में लाना होगा।
यही पाकिस्तानी सरकार काकानून होगा इस कानून के मुताबिक इनकी जाँच की जाएगी आप देखेंगे मजहब का मजाक बनाने वाले लोग जिहाद के नाम पर सरकार के पैसे पर ऐश करने वाले लोग दिखाई नहीं देंगे जो ईमान परस्त इंसान होगा मौलाना होगा वही जिहाद और इस्लाम की बात कहता नजर आएगा और आपके मुल्क में अमन चैन होगा।
इमरान खाँन साहब जिहादियों को मनाही होगी अवाम से जबरदस्ती चन्दा वसूल नहीं करेंगे अवाम तय करेगी किसे चंदा देना है किसे नहीं अवाम समझेगी कौन चंदा के पैसे से ऐश करने वाले लोग हैं कौन ईमानदारी से इस्लाम की राह पर चलने वाले लोग हैं
जनाब जब आपको अल्लाह ने जिहाद के लिए मालियत नहीं दी तो सरकार और अवाम मालियत क्यों दे
आप अवाम से रकम वसूल कीजिये लेकिन जबरन रकम वसूल मत कीजिये यही तो इम्तहान आपकी आजमाईश है आपको जिहाद के लिए कितनी रकम मिलनी चाहिए। आप मजहब को समझते हैं
आप सबका शुभ चिंतक
एक काफिर
एक काफिर मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए
शुक्रिया
शुक्रवार, 30 अगस्त 2019
जनाब इमरान खान साहब पाकिस्तान , भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से छुटकारा पायें
पाकिस्तान भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से बचें
मजहबी दुनियाँ में झूठ बोल का बोल बाला कितना सही
जनाब इमरान खान साहब
प्रधानमंत्री पाकिस्तान
पाकिस्तानी सरकार और अवाम आप भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से बचने का तरीका अपनाएं
आप यह तरीका अपना लीजिये भ्रस्ट मौलाओं का सरकार में हस्तछेप बंद हो जायेगा, इनकी वजह से आपके मुल्क को भारी नुकसान हुआ है ,यकीन करने के लिए आप दूसरे मुल्क को देख लें जिन मुल्कों में भ्रस्ट मौलाना का हस्तछेप हुआ है वहाँ की अवाम को परेशानी हुई है
पहला - जनाब जिहाद की बात करने वाले हजरतों को झूठ बोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती उनसे कहें वो जिंदगी में कभी झूठ ना बोलें ,दुनियाँ अल्लाह के जिहादी बन्दों को ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों को झूठ बोलने की आजादी नहीं दे सकती, यह दुनिया वालों की बेइज्जती है आप खुद सोचें इतनी बड़ी भीड़ की मौजूदगी में कोई आदमी बन्दा मौलाना अल्लाह की पनाह में खड़े होकर झूठ बोलकर निकल जाये ऐसा नहीं होना चाहिए, कई मुल्कों में ऐसा होता रहा जिसका नतीजा मिला वहाँ की अवाम पर जुल्म होता रहा अवाम परेशान होती रही, इसका साफ मतलब है कानून बनाने की जरुरत है ,
दूसरा - दुनियाँ में अल्लाह के जिहादी बन्दों को और ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों के लिए यह जरुरी है आवाम के लिए जिन दुनियावी सामानों पर पाबन्दी लगाई है उन सामानों का इस्तेमाल करने का उन्हें भी अधिकार नहीं होगा, जिस मुल्क में ऐसा कानून बन जायेगा उस मुल्क में भ्रस्ट मौलाओं के कारण भ्रस्ट जेहादी के कारण होने वाली परेशानी ख़त्म हो जाएगी,जनाब क्या भ्रस्ट मौलाओं के कारण भ्रस्ट जेहादी के कारण होने वाली नुकसान को सहन करेंगे ,उनको कानून बना कर जवाब दीजिये नहीं ,
आपको भी अल्लाह खुदा को जवाब देना होगा क्या जवाब देंगे यह ब्लेक मेलिंग बातें हैं जिसका इस्तेमाल जेहादी और मौलाना करते हैं लेकिन खुद नहीं डरते,( वही ब्लेकमेलिंग की बात मैंने भी कही है ) ये ऐय्याशी करने वाले लोग हैं दूसरा जिनकी कुछ इच्छाएं अधूरी रह गयी हैं जिनमें लालच है अथवा उनकी समझ में कमी रह गयी है उन पर कैसे लगाम लगाओगे ,
पाकिस्तान में दो कानून बना लीजिये
पहला - दुनियाँ में अल्लाह के जिहादी बन्दों को ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों को झूठ बोलने की आजादी नहीं दी, इसलिए मौजूद अवाम के बीच झूठ बोलने पर मौलाना और जेहादी द्वारा प्रति ब्यक्ति 1000 Rs हर्जाना देना होगा ,यह सरकारी खजाने में जमा होगा ,जितनी संख्या अवाम की होगी मौलाना उतने हजार रुपये सरकारी खजाने में जमा करेंगे ,जितनी बार झूठ बोलेंगे उतनी बार हर्ज़ाना देना होगा
दूसरा कानून -मौलाना और जेहादी द्वारा आवाम पर जिन दुनियावी सामानों पर पाबन्दी लगाई है उन सामानों का इस्तेमाल करने का उन्हें भी अधिकार नहीं होगा, जैसे कार, मोटरसाइकिल, हवाईजहाज फैशन के सामान, फैशन के कपडे,
इस कानून के बन जानें पर भ्रस्ट मौलाना और जेहादी अवाम को मजहब सीखाने आगे नहीं आएंगे ,जो सच्चा बन्दा मौलाना और जेहादी होगा वही मजहब सीखाने आगे आयेगा इस तरह आपके मुल्क में शांति आएगी और तरक्की के दरवाजे खुलेंगे, एक सच्चे इस्लाम की तस्वीर दुनियाँ के सामने आएगी ,फिर कभी मुस्लमान की बेइज्जती नहीं होगी ,जनाब सारे जहाँ को बनाने वाले का बन्दा मुस्लमानों की मौजूदगी में हथियार लेकर चले इसकी जरुरत नहीं , जनाब पहले इस्लाम खुद अपनाओ फिर सामने वाले से कहो, आपने दिखावे की लिबास पहन रखी है ये भ्रस्ट ;जेहादी और भ्रस्ट मौलाओं को समझाना होगा
मेरी समझ में आ रहा है मेरी बात कोई सुन नहीं रहा है
यदि कानून बना दिया जाये सारे जहाँ की बात करने वालों का आचरण कैसा होना चाहिए
आप सबका शुभ चिंतक
एक काफिर
एक काफिर
मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है
आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई,
हकीकत में आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए,
मजहब आसान नहीं बस इतना समझ लीजिये
आग का दरिया है बस डूबके मुस्कुराते जाना है
सच्चा है तू तो आग को हर राह फूल बनते जाना है
आसमान और जमीं को देख कितने फूल मुरझाया है
शुक्रिया