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बुधवार, 9 अक्तूबर 2019

भारत की कहानी विदेशी आर्य (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य ) और मूलनिवासी

भारत की कहानी

विदेशी आर्य(ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )और मूलनिवासी

      भारत के मूल निवासी अपने स्वतन्त्र अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इनका मूल लक्ष्य है भारत के मूल निवासी को अपना पूर्ण अधिकार प्राप्त हो। विदेशी आर्य (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )देश की प्रमुख पदों पर कब्ज़ा कर रख्खा है। विदेशी आर्यों ने यहाँ के मूल निवासी को शूद्र की श्रेणी में रख्खा और उच्च पदों पर नियुक्ति से वंचित कर रख्खा है इन्हें उच्च पदों पर नियुक्ति बड़ी मुश्किल से मिलती है। इसका मूल कारण है पहले से आर्यों की (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य ) नियुक्ति उच्च पदों पर है।पूरा पढ़िये उन्ही के द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाती है उनके द्वारा आर्यों को पहले प्राथमिकता दी जाती है बाद में मूल निवासी को केवल दिखावे के लिए कुछ बड़े पदों पर नियुक्ति दी जाती है। जैसे की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश के लिए राष्ट्रपति हैं यह दिखाने के लिए की राष्ट्र में कोई भेद भाव नहीं है। यह मूल निवासी को भ्रमित करने के लिए है। भारत में अधिकतर उच्च पदों पर आर्यों की (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )नियुक्ति हुई है। उनसे निम्न पदों पर मूल निवासी को प्राथमिकता दी गई है। भारत देश में 90%मूल निवासी है केवल 10% विदेशी आर्य(ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )हैं। ये दस प्रतिशत आर्य पुरे भारत पर राज कर रहे हैं।यह सच है डी एन ए नहीं बदला जा सकता। मूल निवासी का डी एन ए विदेशी आर्यों क डी एन ए अलग अलग है। विदेशी आर्यों के डी एन ए को बढ़ने से नहीं रोका गया तो मूल निवासी क डी एन ए के अस्तित्व को खतरा हो सकता है। यह सच है धरती की मिटटी से प्रत्येक प्राणी का शरीर बनता है। भारत की भूमि से सभी वर्ग के लोगों का शरीर बनता है लेकिन गुण गान किसका किया जाता है जिनका DNA उनके शरीर में है। यदि मिटटी अपने सृजनकर्ता का गुण गान करने लगे तब क्या होगा। यह उस भूमि का अधिकार है।

         मैं मूल निवासी से कहना चाहूंगा सत्ता सुख राज सुख ऐशो आराम यह प्राकृतिक रूप से सबको प्रिय लगता है। यही रोग मूल परेशानी की जड़ है। यहाँ के मूल निवासी भी इस रोग से नहीं बच पाए। परिवार वाद सत्ता का इतिहास इसका उदाहारण है। मूल निवासी के लिए संघर्ष कर रहे लोग भी इस रोग के शिकार हैं। इनसे बचने के लिए एक मजबूत कानून की जरुरत होगी जैसे की योग्यता को पहले प्राथमिकता दी जाये।उन ब्यक्ति को चुना जाये जिनके द्वारा राष्ट्र के सभी वर्ग के लोगों के लिए समान मानव दृश्टि से कार्य किये जाएँ उनके द्वारा उस कानून को प्राथमिकता दिया जाये जो असत्य को स्थापित होने से रोकने वाला कानून है।

मूल निवासी का इतिहास देखें , भारत में इन्हें दलित नाम दिया है।

    मैं सूअर खाने वाली जाति में पैदा हुआ हूँ संसार रचयिता मुझे धारण करता यदि साथ देना छोड़ दे तब मेरी खटिया कड़ी हो जायेगी आपके राष्ट्र में बुरा कर्म रूपी गन्दगी का सेवन करने वाले धर्म गुरु रहते हैं हम गन्दगी का सेवन करने वाले सुअर खा जाते हैं इससे सूअर का प्रत्यक्ष अस्तित्व समाप्त होता है अप्रत्यक्ष अस्तित्व प्रश्न है

तीन ओर पच्चीस कानून बुरा कर्म रूपी गन्दगी का सेवन करने वाले धर्म गुरु के अस्तित्व को समाप्त करता है

आपकी कौन सी बात नहीं मानी है अपनी बात के सिवा क्या आपने बात मानी है आप संसार रचयिता के पक्ष में खड़े हो गये हम तो सूअर खाने वाले जाति में पैदा हुए हैं

किसी भी आध्यात्म शास्त्र को सृष्टि का पूर्ण सही भेद नहीं दिया जा सकता यदि भेद दे दिया गया तब परिणाम क्या होगा मुस्लिम इतिहास को देख सकते हो ब्राम्हण इतिहास भी अछूता नहीं है

एक कहानी ब्यक्ति श्रम सिद्धांत का उपयोग करते हुए आवश्यक लक्ष्य को प्राप्त करता है लेकिन प्रेरित सिद्धांत का उपयोग करने वाला बार बार कह रहा है क्या आप ईश्वर की स्तुति नहीं करोगे वह कहता है मैं मानता हूँ संसार बनाने वाला है लेकिन वह नामधारी का इतिहास बताता है और ब्यक्ति प्रेरित हो जाता है तब प्रेरित करता कहता है दान दो तुम्हारा तुम्हें श्रेष्ठ प्रारब्ध प्राप्त होगा यही से शुरू होता है दुष्ट भ्रष्ट आध्यात्म ब्यक्ति आध्यात्म का ब्यापार करता है

अतः आध्यात्मिक ब्यक्ति श्रम सिद्धान्त का उपयोग करेंगे प्रेरित सिद्धान्त का उपयोग नहीं करेंगे जिनका आचरण श्रेष्ठ निःस्वार्थ है जन कल्याण कारी नियुक्ता अथवा अभ्याशी है उनको छोड़ कर धारण करता सहयोगी है

सम्पत्ति ने मन कर दिया हम तुम्हारा पोषण नहीं करेंगे क्योकि हम तुम्हारा पोषण करेंगे तब हम औरत बन जायेंगे 
अच्छा बुरा सिद्ध आत्मा की शक्ति बन जायेंगे वह आत्मा अजर अमर अविनाशी लक्ष्य धारी नहीं है वह शासन लक्ष्यधारी आत्मा शक्ति है
सम्पत्ति रिपोर्ट लेकर न्यायालय सुनिश्चित करेंगे किस पॉइंट पर कार्यवाही करेंगे अतः सभी समुदाय के आध्यात्मिक ब्यक्ति रिपोर्ट उपलब्ध कराएँगे

मुस्लिम समुदाय जानकारी

मुस्लिम समुदाय और उनके वकील जानकारी देंगे एक गलत जानकारी देने पर सीधा जेल होगी आपके पक्ष ने एक गलती एक झूठ की सजा मौत मृत्यु दिया है बलात्कार किया पूरा गाँव उजाड़ दिया एक गलती एक झूठ भगवान परमात्मा ईश्वर देवी ने परमेश्वर ने संसार बनाया अल्लाह ने कितने बड़े संसार की रचना की कब किया सारी कायनात का अंतिम छोर के बारे में जानकारी देंगे हम कितने बड़े संसार के बारे में बात कर रहे हैं इसके अंतिम छोर के बारे में बताएँगे अंतहीन हैं अथवा कोई छोर है आध्यात्म शास्त्र से बाहर का उत्तर नहीं देंगे आपने शिक्षा प्राप्त की है आप उस शिक्षा सेअल्लाह की बनाई  सारे संसार  की तस्वीर बनायेंगे

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