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बुधवार, 9 अक्तूबर 2019

भारत की कहानी विदेशी आर्य (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य ) और मूलनिवासी

भारत की कहानी

विदेशी आर्य(ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )और मूलनिवासी

      भारत के मूल निवासी अपने स्वतन्त्र अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इनका मूल लक्ष्य है भारत के मूल निवासी को अपना पूर्ण अधिकार प्राप्त हो। विदेशी आर्य (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य )देश की प्रमुख पदों पर कब्ज़ा कर रख्खा है। विदेशी आर्यों ने यहाँ के मूल निवासी को शूद्र की श्रेणी में रख्खा और उच्च पदों पर नियुक्ति से वंचित कर रख्खा है इन्हें उच्च पदों पर नियुक्ति बड़ी मुश्किल से मिलती है। इसका मूल कारण है पहले से आर्यों की (ब्राम्हण छत्रिय वैश्य ) नियुक्ति उच्च पदों पर है।पूरा पढ़िये

रविवार, 15 सितंबर 2019

यह वेबसाइट भ्रस्टाचार पर प्रतिबन्ध लगाएगा


ॐ श्री गणेशाय नमः
             जय जवान जय किसान जय विज्ञान जय भारत
                   आओ विकास के पथ पर दो कदम आगे चलें
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गुरुवार, 12 सितंबर 2019

देश के मंत्रीयों की टीम कब तक देश को समर्पित करतें हैं

यह ट्रैन देश की जरुरत है 
देश के मंत्रीयों की टीम कब तक देश को समर्पित करतें हैं 
                     रोड ट्रैन का पहिया दोनों तरफ ही होगा एक तरफ रेल पर चलेगा दूसरा रोड पर चलेगा 

               


मुफ्त्वादी जहाँ भी रहेंगे हमेशा तनाव रहेगा आध्यात्म कानून वालों से धन मांगो दूम दबाकर भाग जायेंगे उदहारण देखें
अफ़गानिस्तान के तालिबान शासकों ने सभी महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर सिर से पैर तक ढकने का आदेश दिया

यह आदेश, जिसमें महिलाओं को केवल आंखें दिखाने की बात कही गई है तथा सिर से पैर तक बुर्का पहनने की सिफारिश की गई है, समूह के सत्ता में वापस आने के बाद अधिकार कार्यकर्ताओं की सबसे बड़ी आशंकाओं की पुष्टि करता है।

द्वाराएपी 7 मई 2022, 4:27 अपराह्न

सोमवार, 25 अप्रैल, 2022 को अफ़गानिस्तान के काबुल में एक अफ़गान महिला सऊदी मानवीय सहायता समूह द्वारा वितरित खाद्य राशन प्राप्त करने की प्रतीक्षा करती है। (एपी फोटो/इब्राहिम नोरूज़ी)

काबुल, अफगानिस्तान - अफगानिस्तान के तालिबान शासकों ने शनिवार को सभी अफगान महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर सिर से पैर तक कपड़े पहनने का आदेश दिया, यह एक कठोर कदम है, जिससे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की सबसे बुरी आशंकाओं की पुष्टि हुई है और इससे पहले से ही अविश्वासी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ तालिबान का व्यवहार और भी जटिल हो गया है।

इस आदेश में महिलाओं को केवल अपनी आंखें दिखाने तथा सिर से पैर तक बुर्का पहनने की सलाह दी गई है। इस आदेश से 1996 से 2001 के बीच तालिबान के पिछले शासन के दौरान महिलाओं पर लगाए गए समान प्रतिबंध उजागर हुए थे।

तालिबान के बुराई और सदाचार मंत्रालय के कार्यवाहक मंत्री खालिद हनफी ने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारी बहनें सम्मान और सुरक्षा के साथ रहें।"
तालिबान ने पहले छठी कक्षा से ऊपर की लड़कियों के लिए स्कूल फिर से न खोलने का फैसला किया था, जो कि अपने पहले के वादे से मुकरने और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को और अधिक अलग-थलग करने की कीमत पर अपने कट्टरपंथी आधार को खुश करने का विकल्प था।

इस निर्णय से तालिबान द्वारा संभावित अंतर्राष्ट्रीय दाताओं से मान्यता प्राप्त करने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है, वह भी ऐसे समय में जब देश एक बिगड़ते मानवीय संकट में फंसा हुआ है।

उप एवं पुण्य मंत्रालय के एक अधिकारी शिर मोहम्मद ने एक बयान में कहा, "सभी प्रतिष्ठित अफगान महिलाओं के लिए हिजाब पहनना आवश्यक है और सबसे अच्छा हिजाब चदोरी (सिर से पैर तक बुर्का) है, जो हमारी परंपरा का हिस्सा है और सम्मानजनक है।"
3 मई, 2022 को अफ़गानिस्तान के काबुल शहर में एक अफ़गान महिला पुराने बाज़ार से गुज़रती हुई, जबकि एक तालिबान लड़ाका पहरा दे रहा है। (एपी फ़ोटो/इब्राहिम नोरोज़ी) 

उन्होंने कहा, "जो महिलाएं अधिक उम्र की या कम उम्र की हैं, उन्हें अपनी आंखों को छोड़कर अपना चेहरा अवश्य ढंकना चाहिए।"

आदेश में यह भी कहा गया कि यदि महिलाओं को बाहर कोई महत्वपूर्ण काम न हो तो उनके लिए घर पर रहना बेहतर है।

हनाफी ने कहा, "इस्लामी सिद्धांत और इस्लामी विचारधारा हमारे लिए किसी भी चीज़ से अधिक महत्वपूर्ण हैं।"

तालिबान को 2001 में अलकायदा नेता ओसामा बिन लादेन को शरण देने के कारण अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा हटा दिया गया था, तथा पिछले वर्ष अमेरिका के अराजक प्रस्थान के बाद वे पुनः सत्ता में आ गए।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक समारोह के दौरान अफगानिस्तान की महिलाओं पर तालिबान के सत्ता में आने के बाद से लगाए गए सबसे कठोर प्रतिबंधों की घोषणा की। तालिबान ने महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर पूरी तरह से ढकने का आदेश दिया है, अधिमानतः पारंपरिक बुर्का के साथ। (अहमद साहेल अरमान / एएफपी)
 

पिछले अगस्त में सत्ता संभालने के बाद से तालिबान नेतृत्व आपस में झगड़ रहा है क्योंकि वे युद्ध से शासन की ओर संक्रमण के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

कई अफगानों को यह जानकर गुस्सा आ रहा है कि सिराजुद्दीन हक्कानी जैसे युवा पीढ़ी के कई तालिबानी अपनी लड़कियों को पाकिस्तान में शिक्षा दे रहे हैं, जबकि अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद से ही महिलाओं और लड़कियों को उनके दमनकारी फतवों का निशाना बनाया जा रहा है।
मंगलवार, 3 मई, 2022 को अफ़गानिस्तान के काबुल शहर में तालिबान लड़ाके के पहरेदारी के दौरान अफ़गान महिलाएँ पुराने बाज़ार से गुज़रती हैं। अफ़गानिस्तान के तालिबान शासकों ने शनिवार, 7 मई को सभी अफ़गान महिलाओं को सार्वजनिक रूप से सिर से पैर तक कपड़े पहनने का आदेश दिया। (एपी फोटो/इब्राहिम नोरोज़ी)

तालिबान की वापसी के बाद से देश के ज़्यादातर हिस्सों में लड़कियों को छठी कक्षा से आगे स्कूल जाने से रोक दिया गया है। इस साल की शुरुआत में देश के ज़्यादातर हिस्सों में विश्वविद्यालय खुल गए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद से तालिबान के आदेश अनिश्चित रहे हैं। जबकि कुछ प्रांतों ने सभी को शिक्षा प्रदान करना जारी रखा, ज़्यादातर प्रांतों ने लड़कियों और महिलाओं के लिए शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए।

हाशमी ने कहा कि धार्मिक रूप से प्रेरित तालिबान प्रशासन को डर है कि छठी कक्षा से आगे लड़कियों का नामांकन करने से उनका ग्रामीण आधार अलग-थलग पड़ सकता है।

राजधानी काबुल में निजी स्कूल और विश्वविद्यालय निर्बाध रूप से संचालित हो रहे हैं।

रविवार, 8 सितंबर 2019

आत्मा की खोज किसने की

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घर होम होम घर

कौन सा हमारा घर अपना है

    आप कहते हैं हम सारे जहाँ बनाने वाले की इबादत करते हैं आप किस समय के लोगों की बात में हाँ में हाँ मिलाते हैं
     जिस समय क़ुरान लोगों के बीच भेजा गया उस समय समस्त संसार के मालिक की इबादत करो कहा गया तब लोगों के दिमांग में कौन सी तस्वीर छपी थी वह तस्वीर और आज की तस्वीर दोनों में कितना अंतर है। मिलान मिलान करके देख लीजिये। आज से हजार साल पहले सूरज चाँद तारे नजर आते थे लेकिन आज वह तस्वीर बदल गयी है। विज्ञानं के माध्यम से खरबों खरब आकाशगंगा मौजूद है। आप सभी बताये आप किसकी इबादत करतें है।

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गुरुवार, 5 सितंबर 2019

आप जुर्माना लेने के बजाय आन द स्पॉट लाइसेंस और और इन्सुरेंस के पेपर बनाने की ब्यवस्था करें

सेवा में 
               माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी 
               भारत सरकार 
विषय - मोटर व्हीकल एक्ट कानून के तहत  प्रावधान में कमी कीजिये।
            जुर्माना लेने के बजाय आन द स्पॉट लाइसेंस और और इन्सुरेंस  के पेपर बनाने की ब्यवस्था करें
महोद्य
                       परिवहन विभाग द्वारा नागरिक की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सख्त कदम लिए हैं  यह सराहनीय है इसके लिए धन्यवाद। इस  कानून में एक कमी नजर आ रही है मध्यम तबका और गरीब तबका को ध्यान में नहीं रखा गया।आप जुर्माना लेने के बजाय आन द स्पॉट लाइसेंस और और इन्सुरेंस  के पेपर बनाने की ब्यवस्था करें नेट के माध्यम से सुचना RTO . INSURANCE विभाग को मिल जायेगा। इस कार्यवाही से सबके पास पेपर हो जायेगा सरकारी खजाना भी बढ़ता रहेगा। बी पी एल अंत्योदय कार्ड  धारक का राशन कार्ड अनुसार सुविधा उपलब्ध करवाई जाय इनके लाइसेंस चार्ज इन्सुरेंस चार्ज प्रदूषण टेस्ट चार्ज कम किये जाय। सभी पेपर बनाने हेतु समय दिया जाय उसके बाद पकड़े जाने पर सख्ती से जुर्माना चार्ज लिया जाय। चालान कटाने के बाद भी उन्हें लाइसेंस इंस्युरेन्स के पेपर नहीं मिलते इससे जनता को हताशा होती है काम ऐसा करें जनता भी खुश आप भी खुश।  
                   आपने विभिन्न योजनाओं के तहत नगद राशि देने की योजना चलाई है। जिससे सरकारी खजाना खाली होता है एक तरफ देना दूसरी तरफ एक ही झटके में लेना ब्यवस्था हो गई है। बी पी एल  अंत्योदय राशन कार्डधारी जागरूगता में कमी कारण वाहन सम्बन्धी कागजात नहीं बनवा पाते। इनका ध्यान रखते हुए प्रोत्साहित करने हेतु इनके लाइसेंस चार्ज, इन्सुरेंस चार्ज, प्रदूषण टेस्ट चार्ज कम किये जाय।
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महोदय आमदनी सौ रू वसूली २०० यह कितना सही होगा
हमारे प्रसाशनिक अधिकारी भी कितने मौका परस्त हैं।  पेपर सही है तो वाहनों में कमी निकाल कर जबरन वसूली होती है यह भय नागरिक में हमेशा बना रहता है। 
100000000000 Gram   सामान लिया 200000000000 ग्राम वजन का      अमीर       चार्ज एक समान 
10000000000   Gram   सामान लिया 20000000000 ग्राम वजन का
1000000000    Gram    सामान लिया 200000000 ग्राम वजन का
100000000      Gram    सामान लिया 20000000 ग्राम वजन का
1000000          Gram    सामान लिया 2000000 ग्राम वजन का
100000            Gram    सामान लिया 200000 ग्राम वजन का                 मध्यमवर्ग  चार्ज एक समान 
10000              Gram    सामान लिया 20000 ग्राम वजन का
1000                Gram    सामान लिया 2000 ग्राम वजन का
500                  Gram   सामान लिया 200 ग्राम वजन का
100                  Gram    सामान लिया 200 ग्राम वजन का
10                    Gram    सामान लिया 100 ग्राम वजन का                        गरीब         चार्ज एक समान 
10 ग्राम से 100 का सामान लेना  क्या यह पैमाना सही है। 
राशन कार्ड अनुसार सुविधा उपलब्ध करवाई जाय इनके लाइसेंस चार्ज इन्सुरेंस चार्ज कम किये जाय। 
फिर पकड़े जाने पर सख्ती से जुर्माना चार्ज लिया जाय।
सरकारी खजाना का भरना जरुरी है। लेकिन बी पी एल अंत्योदय कार्ड  धारक का ध्यान रखना भी जरुरी है।
                                                                                           प्रार्थी
                                                                                राम सजीवन भारतिया Visit RAMDEEN


मंगलवार, 3 सितंबर 2019

मिस्टर बाजवा मेरा सन्देश आप तक पहुँचा

पाकिस्तान अपना देश बचा लो
माननीय इमरान खाँन साहब
चिंता छोड़िये काम कीजिये


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      आप अपने राष्ट्र से तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करने का प्रयास करें
          एक लोकतान्त्रिक ब्यवस्था के अंतर्गत निश्चिंत होकर राष्ट्र का विकास करें आपका राष्ट्र तख्ता पलट की कई घटनाएं देख चुका है इनके बुरे परिणाम से आप भलीभांति परिचित हो चुकें हैं आप से गुजारिश करता हूँ तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करें लोकतान्त्रिक ब्यवस्था को स्थापित करें
          यह मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं है
          आपको एक तरीका बताता हूँ यह तरीका कारगर साबित होगा
         आप लोकसभा में एक कानून पास करा लें जिसके अनुसार राज्य में अथवा राष्ट्र में आपात स्थिति होने पर देश में नियुक्त राष्ट्रपति ही विधानसभा या लोकसभा भंग करके राष्ट्रपति शासन लगा सकतें हैं अथवा लोकसभा विधानसभा के कहने पर राष्ट्रपति शासन लागू होगा यह शासन भी देश में नियुक्त राष्ट्रपति के अधीन होगा
         राष्ट्र में कभी भी आर्मी या आर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज नहीं हो सकता यह अपराध माना जायेगा जिसकी सजा मिलेगी।मुझे यकीन है यह कानून आपके राष्ट्र में जरूर होगा लेकिन आपके राष्ट्र में परिणाम नजर नहीं आया इसलिए ये बातें कहीं मेरा यह सोचना क्या सही है।
         वर्तमान कानून संसोधन कीजिये अगर आर्मी याआर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज होता है तब राष्ट्र की लोकसभा कानून के अनुसार पुलिस को पुलिस अफसरान को पूरा अधिकार होगा वह आर्मी को आर्मी अफसर को गिरफ्तार करके जेल में डाल दें आर्मी द्वारा बल या गोली का उपयोग किये जाने पर पुलिस को अधिकार होगा वह भी हालत अनुसार कार्यवाही करें इसके बाद न्यायपालिका की सहायता से या उच्चस्तरीय बैठक करनिर्णय लिया जाये कौन सा शासन लागु होगा राष्ट्रपति शासन या लोकतान्त्रिक शासन।          माननीय इमरान खाँन साहब
         इस कानून के बन जाने पर आपके राष्ट्र में तख्ता पलट की कार्यवाही रुक जाएगी मुझे पूरा विश्वास है यह कानून आपके लोकसभा में बहुत जल्दी पास जायेगा आवाम का साथ मिलेगा पाकिस्तान की अवाम बहुत परेशान है खाँन साहब विकास के रास्ते का बाधा हटाने का काम करें जैसाकि इंडिया में हुआ देश में सबके पास बैंक खाता है अब सरकार आवाम के पैसे सीधे उनके बैंकखाता में भेज देता है खाँन साहब सड़कें बिजली गांव गांव तक पहुचायें रेललाइनें बिछाएं।
         खाँन साहब खुदा जब चाहे दुनियावी जिंदगी तबाह कर दें यह दुनियां इंसानों का इंतहान है जो पास कर गया वो पास हो गया आप पूरी तरह से जबर दस्ती नहीं कर सकते। आप इंसानों से जबरदस्ती कर सकते हैं लेकिन उसके भीतर के गुणों को बदल नहीं सकते आप दुनियां का इतिहास देख लें, मुझे अधिक कहने की जरुरत नहीं होगी। इतिहास की बातें हमें याद रखना होगा , उनसे सबक लेना होगा।
आप सबका शुभ चिंतक
शुक्रिया
सूरज के झुक जानें पर वो चाँद नहीं बन जायेगा
जमीं पर आग लगा देने पर वो सूरज नहीं बन जायेगा
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दूसरा कानून मजहब के गलत इस्तेमाल को रोकना
       इमरान खाँन साहब जिहाद का गलत इस्तेमाल करने वालों से निजात पाने का आसान तरीका अपना लीजिये फिर देखिये कुरआन का हवाला देकर सरकार और मिलिट्री को मजबूर करने वाले मैदान छोड़कर कैसे भाग जायेंगे आपको यकीन नहीं होगा जनाब जान देने की बात कहना और जान देना दो अलग बातें हैं लेकिन ईमान देना दूसरी बात है आप जानते हैं इस्लाम को बहुत से लोगों नें मजाक बना दिया है इससे आपका मुल्क बहुत परेशान हो रहा है आपको इससे निजात पाना होगा
       पाकिस्तान में ये कानून लागू कर दीजिये जो इंसान या मौलाना ऐलानिया मजहबी कानून की बात कहता है और जितने कानून की सख्ती से अमल में लाने की बात कहता है उन्ही कानून को वह इंसान सबसे पहले अमल में लाएगा उसका परिवार अमल में लाएगा कम से कम १० साल तक उसके बाद ऐलानिया बहुत ऊँची आवाज में मजहबी कानून की बात कहेगा इससे पहले ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहबी कानून की बात नहीं कहेगा ,साल के बाद भी मजहबी कानून को अमल में लाना होगा।
      यही पाकिस्तानी सरकार काकानून होगा इस कानून के मुताबिक इनकी जाँच की जाएगी आप देखेंगे मजहब का मजाक बनाने वाले लोग जिहाद के नाम पर सरकार के पैसे पर ऐश करने वाले लोग दिखाई नहीं देंगे जो ईमान परस्त इंसान होगा मौलाना होगा वही जिहाद और इस्लाम की बात कहता नजर आएगा और आपके मुल्क में अमन चैन होगा।
         इमरान खाँन साहब जिहादियों को मनाही होगी अवाम से जबरदस्ती चन्दा वसूल नहीं करेंगे अवाम तय करेगी किसे चंदा देना है किसे नहीं अवाम समझेगी कौन चंदा के पैसे से ऐश करने वाले लोग हैं कौन ईमानदारी से इस्लाम की राह पर चलने वाले लोग हैं
जनाब जब आपको अल्लाह ने जिहाद के लिए मालियत नहीं दी तो सरकार और अवाम मालियत क्यों दे
         आप अवाम से रकम वसूल कीजिये लेकिन जबरन रकम वसूल मत कीजिये यही तो इम्तहान आपकी आजमाईश है आपको जिहाद के लिए कितनी रकम मिलनी चाहिए।          आप मजहब को समझते हैं
         आप सबका शुभ चिंतक
         एक काफिर
         एक काफिर मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए
         शुक्रिया

शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

जनाब इमरान खान साहब पाकिस्तान , भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से छुटकारा पायें

पाकिस्तान भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से बचें

मजहबी दुनियाँ में झूठ बोल का बोल बाला कितना सही

जनाब इमरान खान साहब
प्रधानमंत्री पाकिस्तान

पाकिस्तानी सरकार और अवाम आप भ्रस्ट मौलाना और भ्रस्ट मौलाना की भीड़ से बचने का तरीका अपनाएं
आप यह तरीका अपना लीजिये भ्रस्ट मौलाओं का सरकार में हस्तछेप बंद हो जायेगा, इनकी वजह से आपके मुल्क को भारी नुकसान हुआ है ,यकीन करने के लिए आप दूसरे मुल्क को देख लें जिन मुल्कों में भ्रस्ट मौलाना का हस्तछेप हुआ है वहाँ की अवाम को परेशानी हुई है

 पहला - जनाब जिहाद की बात करने वाले हजरतों को झूठ बोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती उनसे कहें वो जिंदगी में कभी झूठ ना बोलें ,दुनियाँ अल्लाह के जिहादी बन्दों को ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों को  झूठ बोलने की आजादी नहीं दे सकती, यह दुनिया वालों की बेइज्जती है आप खुद सोचें इतनी बड़ी भीड़ की मौजूदगी में कोई आदमी बन्दा मौलाना अल्लाह की पनाह में खड़े होकर झूठ बोलकर निकल जाये ऐसा नहीं होना चाहिए, कई मुल्कों में ऐसा होता रहा जिसका नतीजा मिला वहाँ की अवाम पर जुल्म होता रहा अवाम परेशान होती रही, इसका साफ मतलब है कानून बनाने की जरुरत है ,
         दूसरा - दुनियाँ में अल्लाह के जिहादी बन्दों को और ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों के लिए यह जरुरी है आवाम के लिए जिन दुनियावी सामानों पर पाबन्दी लगाई है उन सामानों का इस्तेमाल करने का उन्हें भी अधिकार नहीं होगा, जिस मुल्क में ऐसा कानून बन जायेगा उस मुल्क में भ्रस्ट मौलाओं के कारण भ्रस्ट जेहादी के कारण होने वाली परेशानी ख़त्म हो जाएगी,जनाब क्या भ्रस्ट मौलाओं के कारण भ्रस्ट जेहादी के कारण होने वाली नुकसान को सहन करेंगे ,उनको कानून बना कर जवाब दीजिये नहीं ,

आपको भी अल्लाह खुदा को जवाब देना होगा क्या जवाब देंगे यह ब्लेक मेलिंग बातें हैं जिसका इस्तेमाल जेहादी और मौलाना करते हैं लेकिन खुद नहीं डरते,( वही ब्लेकमेलिंग की बात मैंने भी कही है ) ये ऐय्याशी करने वाले लोग हैं दूसरा जिनकी कुछ इच्छाएं अधूरी रह गयी हैं जिनमें लालच है अथवा उनकी समझ में कमी रह गयी है उन पर कैसे लगाम लगाओगे ,

पाकिस्तान में दो कानून बना लीजिये

पहला - दुनियाँ में अल्लाह के जिहादी बन्दों को ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहब की बात कहने वालों को झूठ बोलने की आजादी नहीं दी, इसलिए मौजूद अवाम के बीच झूठ बोलने पर मौलाना और जेहादी द्वारा प्रति ब्यक्ति 1000 Rs हर्जाना देना होगा ,यह सरकारी खजाने में जमा होगा ,जितनी संख्या अवाम की होगी मौलाना उतने हजार रुपये सरकारी खजाने में जमा करेंगे ,जितनी बार झूठ बोलेंगे उतनी बार हर्ज़ाना देना होगा

दूसरा कानून -मौलाना और जेहादी द्वारा आवाम पर जिन दुनियावी सामानों पर पाबन्दी लगाई है उन सामानों का इस्तेमाल करने का उन्हें भी अधिकार नहीं होगा, जैसे कार, मोटरसाइकिल, हवाईजहाज फैशन के सामान, फैशन के कपडे,  

इस कानून के बन जानें पर भ्रस्ट मौलाना और जेहादी अवाम को मजहब सीखाने आगे नहीं आएंगे ,जो सच्चा बन्दा मौलाना और जेहादी होगा वही मजहब सीखाने आगे आयेगा इस तरह आपके मुल्क में शांति आएगी और तरक्की के दरवाजे खुलेंगे, एक सच्चे इस्लाम की तस्वीर दुनियाँ के सामने आएगी ,फिर कभी मुस्लमान की बेइज्जती नहीं होगी ,जनाब सारे जहाँ को बनाने वाले का बन्दा मुस्लमानों की मौजूदगी में हथियार लेकर चले इसकी जरुरत नहीं , जनाब पहले इस्लाम खुद अपनाओ फिर सामने वाले से कहो, आपने दिखावे की लिबास पहन रखी है ये भ्रस्ट ;जेहादी और भ्रस्ट मौलाओं को समझाना होगा

मेरी समझ में आ रहा है मेरी बात कोई सुन नहीं रहा है
यदि कानून बना दिया जाये सारे जहाँ की बात करने वालों का आचरण कैसा होना चाहिए

एक गाइड लाइन जैसा पोस्ट ईश्वर का ब्यापार बंद करो में लिखा है
( सबकी हालत ख़राब हो जायेगी )

आप सबका शुभ चिंतक
एक काफिर

एक काफिर

मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है

आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई,
हकीकत में आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए,
मजहब आसान नहीं बस इतना समझ लीजिये
आग का दरिया है बस डूबके मुस्कुराते जाना है
सच्चा है तू तो आग को हर राह फूल बनते जाना है
आसमान और जमीं को देख कितने फूल मुरझाया है
शुक्रिया

मंगलवार, 27 अगस्त 2019

पाकिस्तान अपना देश बचा लो

पाकिस्तान अपना देश बचा लो
माननीय इमरान खाँन साहब

चिंता छोड़िये काम कीजिये             
 आप अपने राष्ट्र से तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करने का प्रयास करें
         एक लोकतान्त्रिक ब्यवस्था के अंतर्गत निश्चिंत होकर राष्ट्र का विकास करें आपका राष्ट्र तख्ता पलट की कई घटनाएं देख चुका है इनके बुरे परिणाम से आप भलीभांति परिचित हो चुकें हैं आप से गुजारिश करता हूँ तख्ता पलट मिलिट्री शासन के अवसर को समाप्त करें लोकतान्त्रिक ब्यवस्था को स्थापित करें यह मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं है
आपको एक तरीका बताता हूँ यह तरीका कारगर साबित होगा
          आप लोकसभा में एक कानून पास करा लें जिसके अनुसार राज्य में अथवा राष्ट्र में आपात स्थिति होने पर देश में नियुक्त राष्ट्रपति ही विधानसभा या लोकसभा भंग करके राष्ट्रपति शासन लगा सकतें हैं अथवा लोकसभा विधानसभा के कहने पर राष्ट्रपति शासन लागू होगा यह शासन भी देश में नियुक्त राष्ट्रपति के अधीन होगा।
         राष्ट्र में कभी भी आर्मी या आर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज नहीं हो सकता यह अपराध माना जायेगा जिसकी सजा मिलेगी मुझे यकीन है यह कानून आपके राष्ट्र में जरूर होगा लेकिन आपके राष्ट्र में परिणाम नजर नहीं आया इसलिए ये बातें कहीं मेरा यह सोचना क्या सही है।
          वर्तमान कानून संसोधन कीजिये अगर आर्मी या आर्मी का अफसर मिलिट्री ताकत का उपयोग करके सत्ता पर काबिज होता है तब राष्ट्र की लोकसभा कानून के अनुसार पुलिस को पुलिस अफसरान को पूरा अधिकार होगा वह आर्मी को आर्मी अफसर को गिरफ्तार करके जेल में डाल दें आर्मी द्वारा बल या गोली का उपयोग किये जाने पर पुलिस को अधिकार होगा वह भी हालत अनुसार कार्यवाही करें इसके बाद न्यायपालिका की सहायता से या उच्चस्तरीय बैठक कर निर्णय लिया जाये कौन सा शासन लागु होगा राष्ट्रपति शासन या लोकतान्त्रिक शासन।
          माननीय इमरान खाँन साहब इस कानून के बन जाने पर आपके राष्ट्र में तख्ता पलट की कार्यवाही रुक जाएगी मुझे पूरा विश्वास है यह कानून आपके लोकसभा में बहुत जल्दी पास जायेगा आवाम का साथ मिलेगा पाकिस्तान की अवाम बहुत परेशान है खाँन साहब विकास के रास्ते का बाधा हटाने का काम करें जैसाकि इंडिया में हुआ देश में सबके पास बैंक खाता है अब सरकार आवाम के पैसे सीधे उनके बैंकखाता में भेज देता है खाँन साहब सड़कें बिजली गांव गांव तक पहुचायें रेललाइनें बिछाएं।
            खाँन साहब खुदा जब चाहे दुनियावी जिंदगी तबाह कर दें यह दुनियां इंसानों का इंतहान है जो पास कर गया वो पास हो गया आप पूरी तरह से जबर दस्ती नहीं कर सकते ,आप इंसानों से जबरदस्ती कर सकते हैं लेकिन उसके भीतर के गुणों को बदल नहीं सकते आप दुनियां का इतिहास देख लें, मुझे अधिक कहने की जरुरत नहीं होगी इतिहास की बातें हमें याद रखना होगा ,उनसे सबक लेना होगा।
२७/०८/ २०१९
आप सबका शुभ चिंतक
शुक्रिया        
सूरज के झुक जानें पर वो चाँद नहीं बन जायेगा
जमीं पर आग लगा देने पर वो सूरज नहीं बन जायेगा
दूसरा कानून मजहब के गलत इस्तेमाल को रोकना
      इमरान खाँन साहब जिहाद का गलत इस्तेमाल करने वालों से निजात पाने का आसान तरीका अपना लीजिये फिर देखिये कुरआन का हवाला देकर सरकार और मिलिट्री को मजबूर करने वाले मैदान छोड़कर कैसे भाग जायेंगे आपको यकीन नहीं होगा जनाब जान देने की बात कहना और जान देना दो अलग बातें हैं लेकिन ईमान देना दूसरी बात है आप जानते हैं इस्लाम को बहुत से लोगों नें मजाक बना दिया है इससे आपका मुल्क बहुत परेशान हो रहा है आपको इससे निजात पाना होगा
       पाकिस्तान में ये कानून लागू कर दीजिये जो इंसान या मौलाना ऐलानिया मजहबी कानून की बात कहता है और जितने कानून की सख्ती से अमल में लाने की बात कहता है उन्ही कानून को वह इंसान सबसे पहले अमल में लाएगा उसका परिवार अमल में लाएगा कम से कम १० साल तक उसके बाद ऐलानिया बहुत ऊँची आवाज में मजहबी कानून की बात कहेगा इससे पहले ऊँची आवाज में ऐलानिया मजहबी कानून की बात नहीं कहेगा, 10 साल के बाद भी मजहबी कानून को अमल में लाना होगा।
         यही पाकिस्तानी सरकार का कानून होगा इस कानून के मुताबिक इनकी जाँच की जाएगी आप देखेंगे मजहब का मजाक बनाने वाले लोग जिहाद के नाम पर सरकार के पैसे पर ऐश करने वाले लोग दिखाई नहीं देंगे जो ईमान परस्त इंसान होगा मौलाना होगा वही जिहाद और इस्लाम की बात कहता नजर आएगा और आपके मुल्क में अमन चैन होगा
         इमरान खाँन साहब जिहादियों को मनाही होगी अवाम से जबरदस्ती चन्दा वसूल नहीं करेंगे अवाम तय करेगी किसे चंदा देना है किसे नहीं अवाम समझेगी कौन चंदा के पैसे से ऐश करने वाले लोग हैं कौन ईमानदारी से इस्लाम की राह पर चलने वाले लोग हैं। जनाब जब आपको अल्लाह ने जिहाद के लिए मालियत नहीं दी तो सरकार और अवाम मालियत क्यों दे आप अवाम से रकम वसूल कीजिये लेकिन जबरन रकम वसूल मत कीजिये यही तो इम्तहान आपकी आजमाईश है आपको जिहाद के लिए कितनी रकम मिलनी चाहिए।
आप मजहब को समझते हैं।
आप सबका शुभ चिंतक   
एक काफिर एक काफिर  
          मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए

गुरुवार, 6 जून 2019

हलो पाकिस्तान जेहादी और इनके मुखिया

हलो पाकिस्तान 

हलो  पाकिस्तान जेहादी और इनके मुखिया और मौलाना 

मैं राम सजीवन भारतिया आप सबको मेरा नमस्कार

           हलो जेहादी के आका आप के कहने अनुसार आप सभी अल्लाह के बन्दे है,
आप कहते हो हम हिंदुस्तानी काफिर को मिटा देंगे। पूरी दुनिया में सिर्फ अल्लाह की इबादत होगी।
           इसलिए आप अल्लाह के भ्रस्ट जमीनी बन्दों जरा ये साबित करके दिखा दो आप अल्लाह के बंदे हो। आप जो कहते हो उसकी केवल तस्वीर बनाकर सबूत दिखा दो। आप लोगों के द्वारा कैसा साक्ष्य प्रस्तुत किया कुरान के अतिरिक्त क्या कोई वैज्ञानिक साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते हैं या वैज्ञानिक साक्ष्य प्रस्तुत करने सक्षम नहीं है
          मुझे यकीन है आप से इतना काम नहीं हो पायेगा। यकींन ना हो तो तस्वीर बना कर देख लो। और क्या तुम सिर्फ अल्लाह की इबादत करते हो इसे तस्वीर में देख लो और दिखा दो। मेरा कहना है आप यह काम भी नहीं कर सकते। इसलिए आप से पूछूंगा आप कैसे बन्दे हो इतना सा काम नहीं कर सकते। यह बात सही है स्पेस में लाइव मेटर सर्वत्र है। इस लाइव मेटर को अल्लाह नहीं कह सकते। हम सर्वत्र शब्द का उपयोग करते हैं यह सही नहीं है। स्पेस में कोई भी शक्ति सर्वत्र नहीं है। उस शब्द का उपयोग गलत है जिस शब्द में कोई सीमा नहीं है आप तस्वीर में देख सकते हैं शून्य भी शर्वत्र नहीं है जो हम सबका अजन्मा का मूल आधार है आज हम नहीं कह सकते स्पेस शुन्य है सर्वत्र है और कभी नहीं कह सकते क्योंकि स्पेस में जीवन है। स्पेस की तस्वीर से स्पस्ट होता है जिस शब्द का उपयोग करते हैं उसका एक सीमा है चाहे अल्ला कहो चाहे भगवान् परमात्मा ईश्वर देवी दुर्गा शिव कहो चाहे आत्मा सबका एक सीमा है सभी अपने सीमा क्षेत्र में सर्वत्र हैं। जैसे पृथ्वी का क्षेत्र,सूर्य का क्षेत्र,आकाशगंगा का क्षेत्र,समुद्र अणु परमाणु आदि।

     आप सिर्फ अल्लाह की इबादत नहीं करते आप आकार और निराकार दोनों की इबादत करते हो।
आप लोग दुनियावी जिंदगी से भी मोहब्बत करते हो और इसीलिए आपने लोगों में खौफ का माहौल बना रख्खा है, आप मकबूलियत हासिल करने के लिए काफिर को एक बहाना बना रख्खा है। कुरान को बहाना बना रख्खा है। जो नेक दिल जानकर आदमी है वह आप की तरह शस्त्र (हथियार )लेकर नहीं चलेगा पहले शास्त्र लेकर चलेगा। उसके आगे बढ़ने से पहले उसे मालूम होगा आने वाली हालत क्या होगा।
     आप हिंदुस्तानी मुल्क को किताब और हथियार से जीतना चाहते हो वह भी लोगों को गुलाम बनाकर राज करने के लिए ऐय्याशी लिए यह नहीं होगा।
     यकीन ना हो तो जिरह कर लो और सबूत देख लो। सृजनकर्ता समस्त संसार को नवग्रह को धारण करने वाली शक्ति को प्रणाम
आप सबका शुभ चिंतक
     एक काफिर एक काफिर मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई, हकीकत में आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए
मजहब आसान नहीं बस इतना समझ लीजिये
आग का दरिया है बस डूबके मुस्कुराते जाना है
सच्चा है तू तो आग को हर राह फूल बनते जाना है
आसमान और जमीं को देख कितने फूल मुरझाया है

प्रस्तावित कानून पढ़ें अपने मजहब को सुरक्षित करें शुक्रिया

रविवार, 2 जून 2019

पाकिस्तान जेहादी सावधान दुनियाँ में विज्ञान का वजूद है

पाकिस्तान जेहादी सावधान

         आप सारे संसार को बनाने वाले के बारे में ठीक से नहीं जानते आप खुद अपनी जबान से कहते हैं अल्लाह के बन्दे से कोई लड़ नहीं सकता साथ ही आप अपने आप को सारे संसार को बनाने वाले का बंदा बताने से नहीं कतराते हैं ,क्या आप सारे संसार के बन्दे का सामना कर पाएंगे आप भारत को आँख दिखाना बंद करो | भारत में बम फोड़ना बंद करो जानोमाल को नुकसान पहुंचाना बंद करो |
        मेरा अनुभव कहता है जिस दिन पढ़ा लिखा जानकार का सामना आप लोगों से होगा उस दिन आप के मुँह से आवाज नहीं निकलेगा ,धरती आकाश का ,रूह रब अल्लाह का भेद कहने वाला कहेगा आप मूक बने खड़े रह जाओगे ,आप को क़ुरान के माध्यम से कहा गया है बाहें चढ़ा कर मत चलो उस दिन से डरो जिस दिन तुम्हारा इम्तहान लिया जायेगा ये दो बातें क्या आप को मामूली लगता है आप के काम से समस्त संसार बनाने वाले का अपमान होता है अगर आप केवल जमीन आसमान वाले की बात करते तब आप की कई गलती माफ़ कर सकते थे |

        मेरा वक्त सही नहीं है अन्यथा आप जैसे लोग मैदान छोड़कर भागते नजर आते आप से यह कह दूँ सारे संसार वाले के दर पे जिंदगी मिलती है मौत नहीं ,यही बात उनके करीबी बन्दों के दर पे होता है | आप कैसे बन्दे हो जिनके दर पे मौत मिलती है धोखा मिलता है जख्म मिलता है हाथ काटे जाते हैं मौत की सजा दी जाति है  
       आप सबका शुभ चिंतक एक काफिर नाम राम सजीवन भारतीया एक काफिर मुसलमानों को समझाए सही राह दिखाए यह मुसलमानों की बेइज्जती अल्लाह की बेइज्जती है आप मुस्लमान ऐसा काम मत कीजिये की एक काफिर आपको सही राह दिखाए जैसाकि मैंने राह दिखाई , हकीकत में आप लोगों के द्वारा दुनिया को सही राह दिखाना चाहिए
मजहब आसान नहीं बस इतना समझ लीजिये
आग का दरिया है बस डूबके मुस्कुराते जाना है
सच्चा है तू तो आग को हर राह फूल बनते जाना है
आसमान और जमीं को देख कितने फूल मुरझाया है
शुक्रिया
जय माँ मै जन्मभूमि को प्रणाम करता हूँ।
मेरी बात
            औवेसी तालिबानी अजहर हिजबुल जैसे लोगों का घमंड तोडना है। पाकिस्तान का घमंड तोडना है। मैं आजाद भारत में जन्म लिया। मैंने सब इंसान को एक इंसान माना था ,सबका मालिक एक जाना था, किन्तु समय ने भेद खोल कर रख दिया। जैसे जैसे बड़ा हुआ हिन्दु मुस्लिम ईसाई सिक्ख का भेद स्पष्ट हुआ। मैं जानता हूँ इस तरह की कही जाने वाली बातें बहुत पुरानी हो गयी हैं। पर इनका महत्व कभी कम नही हो सकता। हम जानते है सभी अपने धर्म की प्रसंशा करते हैं यह अच्छी बात है। यहां बुराई तब आती है जब कोई मालिक का नाम लेकर आम जनता को परेशान करने लगता है।स्वयं धर्म नियम को मानने वाला नहीं होगा जबकि सच्चाई यह है उसे प्रसिद्धि चाहिए ऐसो आराम की जिंदगी चाहिए। कुछ नासमझी में भटके हुए लोग होते है, और अपने को मालिक का सबसे बड़ा बंदा मान लेते हैं अथवा बंदा होने का भ्रम में जीने लगते है जबकि बड़ा बंदा होना बड़ा कठिन है नामुमकिन नहीं। इन ना समझ लोगो से लोगो को परेशानी होने लगती है।
            जैसे :जेहादी संगठन मैं यह नहीं कहता सभी जेहादी गलत हैं। जो सही जेहादी होगा वह बहुत सब्र करने वाला होगा जल्दी शस्त्र उठाने वाला नहीं होगा। वह किसी की प्रसिद्धि का आधार भी नहीं होगा वह केवल लोगो के बीच मालिक का संदेश वाहक होगा सत्य की राह दिखाने वाला होगा लोगो की समस्या निदान करने कराने वाला होगा उसके द्वारा दण्डात्मक कार्य प्रत्यछ नहीं होगा। कुदरत की ओर से मिलने वाला दण्ड होगा अब जो प्रसिद्धि के लिए आवाज उठाएगा उसके हाँथ में शस्त्र होगा आवाज बहुत बुलंद होगी सख्त कदम होगा बहुत जल्दी क्रोध करने वाला होगा ,अथवा किसी लछ्य को सख्ती से मनाने वाला होगा जिससे लोगो को परेशानी का सामना करना होगा, अपनी बात को स्थापित करने हेतु शख्त कदम उठाएगा। कुछ लोग अपने समुदाय का प्रतिनिदित्व करता है उनके अधिकार के लिए आवाज उठाता है न्यायोचित अधिकार की बात कहता है उनका अधिकार दिलाता है। इन लोगो से आम लोगो को परेशानी नहीं होती। औवेसी जैसे लोगो को आइना दिखाना होगा जो कहते है पुरे हिंदुस्तान को मुस्लमान बना देंगे कहते है केवल १५ दिन की मोहलत दे दे। इन लोगो का भ्रम तोडना कठिन तो है लेकिन घमंड टूटने के बाद अन्य लोगों को सीख मिलेगी ,उन्हें यह मालूम नहीं रहता दुनिया को उन्हों ने नहीं बनाया है।मैं उन लोगों धन्यवाद करता हूँ जो ईश्वर के भेद को सम्भाल कर रखते हैं नमस्कार मिस्टर अससुवुद्दीन ओवैसी क्या हुआ कितनी बार चुनाव जीते और क्या क्या किया आप कहेंगे आप से कहने की जरूरत नहीं है, कोई बात नहीं

मैं कहता हूँ जेहादी मुसलमान अल्लाह की इबादत नहीं कर सकते (समस्त कायनात को बनाने वाला )

पाकिस्तान के जेहादी 

सच्चाई का सामना 

क्या जेहादी सच्चाई का सामना कर पाएंगे
मैं कहता हूँ अल्लाह की इबादत  नहीं कर सकते
जब सच्चाई सामने होगी तब वे अल्लाह का नाम लेने  से भी डरने लगेंगे आप मेरा ब्लॉग पढ़ें
वे अनजान भटके हुए मुसलमान मकबूलियत की खातिर काम करने वाले हथियार का सहारा लेते हैं हिन्दू-मुस्लिम-ईसाई प्रस्तावित कानून यहाँ पढें
जबरदस्ती करना अल्लाह का (सबको बनाने वाला ) वसूल नहीं हो सकता न्यायालय में धर्मगुरू से पूछे जाने वाले प्रश्न